श्योपुर। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने शुक्रवार को मोहन सरकार में वन मंत्री रामनिवास रावत पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने रावत को गद्दार तक कह दिया है। श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा में आयोजिन किसान आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि रामनिवास रावत ने विजयपुर की जनता से गददारी की है। इस दौरान मंच पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह सहित जिले के कई छोटे बड़े नेता मौजूद थे। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बीच रामनिवास पर कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वह कांग्रेस के टिकट पर जीत कर विजयपुर सीट से विधायक बने थे।
किसान आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि विजयपुर क्षेत्र आज गरीबी और कुपोषण में नंबर वन है लेकिन रामनिवास और उनका का पूरा परिवार अपनी जमीन, जायदाद और दुकानें और पंप बनाने में लगा है। विजयपुर का आदिवासी आज भी गरीब है और जंगलों में लकड़िया बीनते हैं। कांग्रेस से गद्दारी कर भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने रामनिवास रावत ने केबल कांग्रेस पार्टी से ही गद्दारी नहीं की है। उन्होंने विजयपुर की संपूर्ण जनता से धोखेबाजी कर उनके मत का अपमान किया जिसका बदला आपको अगले माह होने वाले विधानसभा उपचुनाव में रावत सबक सिखाकर लेना है।
रावत ने पार्टी और जनता को दिया धोखा
पटवारी ने प्रदेष की भाजपा सरकार, पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराजसिंह चौहान और रामनिवास रावत को कटघरे में खड़ा करते हुये कहा कि आज प्रदेश का किसान खाद, बीज, बिजली, पानी जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन सरकार ने इनकी समस्याओं पर अपने कान बंद कर लिये हैं। उन्होंने कहा कि रामनिवास को कांग्रेस ने दस बार पार्टी का टिकट दिया छ: बार यहां की जनता ने विधायक कांग्रेस से बनाया उनको कांग्रेस ने मंत्री से लेकर प्रदेश कांग्रेस के बड़े पदो पर रखा लेकिन उन्होंने पार्टी और जनता से धोखा दिया।
स्वामीनाथन रिपोर्ट की कब बात करेंगे शिवराज
पीसीसी चीफ ने कहा कि शिववराज सिंह चौहान 20 साल मुख्यमंत्री रहे, किसानों की आय दोगुनी करने की बात करते थे। स्वामीनाथन की रिपोर्ट की बात कब करोंगे, विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किसानों से वादा किया कि धान का 3100 रुपए और गेहूं का 2700 रुपए समर्थन देंगे। किसानों को खाद, बीज की किल्लत नहीं होने देंगे, लेकिन आज किसान हलाकान है और अपनी आजीविका चलाने के लिए आर्थिक संकट से जूझ रहा है। वहीं अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से हुई फसल के नुकसान से जीवन दूभर हो गया है।
शिवराज को आनी चाहिए शर्म
पटवारी ने कहा कि देश के कृषि मंत्री किसानों की समस्याओं को लेकर मुझसे चर्चा करने के लिए तैयार ही नहीं होते। शिवराजसिंह को शर्म आनी चाहिए जब में पं. जवाहर लाल नेहरू जैसे देष के महान नेता के बारे में अनर्गल बाते करते हैं। यह शिवराज सिंह की अपरिपक्वता की निशानी है। किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं, पलायन के लिए विवश हैं। शिवराज जी आप समय दीजिए मैं किसानों की समस्याओं को सलीखे से आपके समक्ष रखना चाहता हूं।