मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर जिले में शनिवार कर की देर रात भयानक सड़क हादसा हो गया है। यहां के नादान थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार बस रोड पर खड़े डंपर से टकरा गई है। इस इस भीषण हादसे में 9 यात्रियों को जान गंवानी पड़ी है। इसमें 6 की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि तीन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। वही करीब 24 यात्री घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसा इतना भीषण था कि जहां बस के सामने का हिस्सा चकनाचूर हो गया है, वहीं मृतकों के शवों को निकालने के लिए जेसीबी बुलानी पड़ी। हादसा देर रात करीब 11.30 बजे हुआ है। बस प्रयागराज से नागपुर जा रही थी।
घटना की सूचना मिलते ही मैहर जिले के पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के आला अधिकारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने तुरंत घायल यात्रियों को मैहर के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने बताया की बस हाइवा से टकराई है। घटना में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि 24 से ज्यादा यात्री घायल हो गए थे। तीन यात्रियों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि बस की रफ्तार ज्यादा थी, जिस कारण चालक उस पर काबू नहीं पा सका।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
बताया जा रहा है कि बस प्रयागराज से नागपुर जा रही थी। वहीं, रास्ते में पत्थर लोड कर सड़क किनारे एक हाइवा (डंपर) खड़ा था, जिससे वह टकरा गई। हादसे के बाद बस के अंदर फंसे मृतकों के शव को जेसीबी कटर के जरिए बाहर निकाला गया। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। घायलों में से 9 को अमरपाटन, 7 को मैहर सिविल हॉस्पिटल जबकि 8 को सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल सभी का इलाज जारी है। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस पूरी तरह पिचक गई। कई यात्री बस में ही फंस गए। रेस्क्यू में जेसीबी की मदद लेनी पड़ी। गैस कटर से बस का दरवाजा काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला गया। रात करीब 2 बजे रेस्क्यू कार्य पूरा हुआ।
इनकी गई जान
लल्लू यादव पिता राम अवतार यादव (60) प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
राजू उर्फ प्रांजल पिता जितेंद्र (18) जौनपुर, उत्तर प्रदेश
अम्बिका प्रसाद पिता मोतीलाल (55) जौनपुर, उत्तर प्रदेश
गणेश साहू पिता अजय कुमार साहू (2) नागपुर, महाराष्ट्र
पांच मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।
एक ही एंबुलेंस कई चक्कर लगाती रही, बाद में अन्य एंबुलेंस आईं
रेस्क्यू आॅपरेशन के दौरान शुरूआत में समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाने से परेशानी का सामना करना पड़ा। एक ही एंबुलेंस कई चक्कर लगाती रही। बाद में अन्य एंबुलेंस आईं। कुछ लोगों को पुलिस वाहनों से भी अस्पताल पहुंचाया गया।