काठमांडू। नेपाल में खराब मौसम का कहर जारी है। इसी कड़ी में आज शुक्रवार सुबह पड़ोसी देश में एक और बड़ा हादसा हो गया है। यहां के मध्य नेपाल में मदन-आश्रित राजमार्ग पर भूस्खलन की वजह से दो बसें त्रिशूली नदी में बह गईं। बताया जा रहा है कि इन दोनों बसों में करीब 63 यात्री सवार थे। इसमें 7 भारतीय भी शामिल हैं। नदी में बहे यात्रियों का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। हादसा सुबह करीब 3:30 बजे हुआ। तलाशी अभियान जारी है। हालांकि लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश करने में दिक्कत आ रही है।
बता दें कि नेपाल में ज्यादा बारिश होने के कारण अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हो रही है, जिससे कई सड़कें बंद कर द दी गई हैं। सड़क विभाग ने नारायणघाट काठमांडू सड़क खंड को पंद्रह दिनों के लिए बंद कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी यातायात सेवा बहाल है। जिलाधिकारी ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव कर्मी घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान चल रहा है। लगातार बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि काठमांडू जा रही एंजेस बस में 24 यात्री सवार थे, जबकि काठमांडू से गौर जा रही गणपति डीलक्स बस में करीब 41 लोग थे।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए संबंधित एजेंसियों को खोज और बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने ट्वीट किया कि नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क खंड पर भूस्खलन में बस के बह जाने से लगभग पांच दर्जन यात्रियों के लापता होने की रिपोर्ट और देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण संपत्तियों के नुकसान से मैं बहुत दुखी हूं। मैं गृह प्रशासन सहित सरकार की सभी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और प्रभावी बचाव के निर्देश देता हूं।