भोपाल। मप्र कांग्रेस कई मुद्दों को लेकर सड़क पर उतर आई है। इतना ही नहीं विपक्षी पार्टी नर्सिंग कॉलेज घोटाले का मुद्दा ठंडा पड़ने के बाद अब कांग्रेस दीगर मुद्दों जैसे दलित और आदिवासी समाज अन्याय, भेदभाव और शोषण को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने इन मुद्दों को लेकर सीएम हाउस घेरने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने कांग्रेसियों की इस कोशिश को नाकाम कर दिया। पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर प्रदर्शनकारियों को वापस लौटा दिया।
कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग ने आज रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व विधायक व मंत्री पीसी शर्मा पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, अनुसूचित विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार एवं कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रवीण सक्सेना सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। पुलिस ने राजभवन के पास बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोक दिया।पुलिस ने कांग्रेसियों से प्रदर्शन खत्म करने को कहा, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी बात पर अड़े रहे। इस दौरान कांग्रेस के कुछ नेताओं की पुलिसकर्मियों से बहस भी हुई। इस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
एससी/एसटी पर बहुत हो रहा अत्याचार
कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने बताया कि पूरे प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग हो या जनजाति वर्ग, इन पर बहुत अत्याचार हो रहा है। इन वर्गों को जो जमीन दिग्विजय सिंह की सरकार में आवंटित हुई थीं, उन पर अभी भी दबंगों का कब्जा है। हमारा आरक्षण भी खतरे में है। इन सभी मुद्दों को लेकर हम प्रदर्शन कर रहे हैं। अहिरवार ने कहा कि दलित को कपड़े उतारकर मारा जाता है, दलित बेटी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो जाती है। अशोकनगर में अनुसूचित जाति वर्ग की महिला को उसके घर में घुसकर मारा जाता है। सागर में भाजपा 100 करोड़ की लागत से संत रविदास जी का मंदिर बना रही है, उसी वर्ग के लोगों की किस तरीके से हत्या हो जाती है, पूरे देश को मालूम है। मोहन यादव की सरकार में मध्यप्रदेश नरक प्रदेश बन चुका है। कांग्रेस दलित के लिए लड़ती है और सीबीआई जांच की मांग करती है तो भाजपा कहती है कि कांग्रेस राजनीति कर रही है।
सीएम के पद की एक सभ्यता होती है: जीतू
इससे पहले आमसभा में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सीएम डॉ. मोहन यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के पद की एक सभ्यता होती है। उसकी भाषा की एक विश्वसनीयता होती है। मुख्यमंत्री की भाषा गुंडों जैसी हो गई है। उनकी भाषा गली छाप छोटे-मोटे नेता जैसी हो गई। पटवारी ने कहा कि यह लड़ाई छोटी-मोटी नहीं है। राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा का प्रण लिया है। जिसमें आरक्षण की रक्षा जातिगत जनगणना की बात है। जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी होगी। एक-एक कांग्रेसजन और देश के नागरिक को मिलकर, उसकी रक्षा की शपथ लेना है। खड़े हो जाओ, हाथ ऊंचे करो और शपथ लो।