भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पौध-रोपण का यह महाअभियान, परमात्मा से प्रकृति के रूप में जो हमें प्राप्त हुआ है, उसे वापस लौटाने का एक प्रयास है। विकास के क्रम में हुए प्रकृति के क्षरण की प्रतिपूर्ति करने और संतुलन बनाए रखने में भी पौध-रोपण से मदद मिल रही है। सीएम मोहन ने यह बात मंगलवार को पौध-रोपण के ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम तहत ऊर्जा विभाग के गोविंदपुरा स्थित निष्ठा परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने परिसर में आंवले का पौधा भी लगाया। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, महापौर मालती राय भी मौजूद थीं।
सीएम यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति मातृ-सत्ता की उपासक है और पौध-रोपण अभियान को पीएम मोदी ने मां का नाम देकर प्रत्येक व्यक्ति को अभियान से आत्मीय रूप से जोड़ा है। मां के नाम से अथवा उनकी स्मृति में पौधा लगाना इस बात का भी प्रतीक है कि हमने जो प्रकृति से पाया है, उसे लौटाने का भी हमारे मन में भाव हैं। भारतीय संस्कृति वृक्षों को बहुत महत्व प्रदान करती है, ब्रह्म पुराण में एक वृक्ष को दस पुत्रों के बराबर मानना इस बात का प्रतीक है। उन्होंने इस अवसर पर ऊर्जा विभाग द्वारा जारी (बालक-विद्युत और बालिका-बिजली) शुभंकर का लोकार्पण भी किया।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने रोपा आंवले का पौधा
वहीं ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान में ऊर्जा विभाग के प्रदेश में स्थित विभिन्न परिसरों में पौध-रोपण गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा किए गए पौध-रोपण के साथ गोविंदपुरा स्थित निष्ठा परिसर में एक सौ पौधे एवं प्रदेश में एक लाख पौधे रोपे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पौध-रोपण में सहभागिता के लिए मंत्री तोमर ने आभार व्यक्त किया। उन्होंने भी निष्ठा परिसर में आंवले का पौधा रोपा।