नई दिल्ली। नवंबर-दिसंबर में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड मे होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी एक्टिव हो गई है। इतना ही नहीं, उन्होंने बुधवार को पार्टी की बैठक में हिस्सा लेकर पार्टी के सीनियर नेताओं और कार्यकर्ताओं को इन राज्यों में जीत का मंत्र भी दिया। नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि वर्तमान समय में माहौल पार्टी के पक्ष में है, इस गति को आगे भी बनाए रखना है। इस दौरान उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लगे झटकों से केन्द्र सरकार ने सबक नहीं लिया।
सोनिया ने कहा कि हमें बिल्कुल भी लापरवाह नहीं होना है। न ही हमें अति-आत्मविश्वास से भरना है। मैं यह कह सकती हूं कि अगर हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो लोकसभा चुनाव में जैसा माहौल दिखा उस आधार पर राष्ट्रीय राजनीति अब बदलने जा रही है। सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव तथा जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव की संभावना के मद्देनजर पार्टी नेताओं में जोश भरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, ह्यह्यकुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं। हमें लोकसभा चुनाव में बनी स्थिति को बरकरार रखना चाहिए। हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए। माहौल हमारे पक्ष में है, लेकिन हमें लक्ष्य को ध्यान में रखने की भावना के साथ एकजुट होकर काम करना होगा। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यदि कांग्रेस आगामी चुनावों में भी बेहतर प्रदर्शन करती है तो राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव आएगा।
कांवड़ यात्रा मार्ग को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र किया
सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के मार्ग में दुकानदारों के नाम प्रदर्शित करने के शासनादेश से जुड़े विवाद का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा कि सौभाग्य से उच्चतम न्यायालय ने सही समय पर हस्तक्षेप किया, लेकिन यह केवल एक अस्थायी राहत हो सकती है। उन्होंने दावा किया, ह्यह्यनौकरशाही को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति देने के लिए नियमों को अचानक बदल दिया गया। यह संगठन खुद को एक सांस्कृतिक संगठन कहता है, लेकिन पूरी दुनिया जानती है कि यह भाजपा का राजनीतिक और वैचारिक आधार है।