भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है, इसी के साथ प्रश्नकाल का दौर भी शुरू हो गया है। आज आर्थिक सर्वेक्षण और द्वितीय अनुपूरक बजट भी पटल पर रखा जाएगा। इन सबसे पहले विपक्ष किसान, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर को घेरने की कोशिशों में लगा हुआ है। सत्र के पहले दिन यानि सोमवार को कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे को लेकर विधानसभा घेराव करने की कोशिश की थी। वहीं आज कांग्रेस विधायक प्लास्टिक के सांप और गेंहू की बालियां लेकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने बेरोजगारी-किसानों को लेकर गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि मप्र की भाजपा सरकार नौकरियों पर सांपा की तरह कुंडली मारकर बैठी है, ऐसे में हम टोकरियों में प्लास्टिक के सांप लेकर विधानसभा पहुंचे हैं और सरकार को जगाने की की कोशिश कर रहे हैं। हरदा विधायक आरके दोगने ने कहा-लाखों पद खाली हैं। युवा परेशान हो रहे हैं लेकिन सरकार उन्हें रोजगार नहीं दे रही है। केवलारी विधायक रजनीश सिंह ने गेहूं की बालियां लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि संजय सरोवर में पर्याप्त पानी के बावजूद केवलारी विधानसभा के किसानों को पानी नहीं मिला है। इसके कारण गेहूं की बालियों में दाना नहीं भरा है। पूरी फसल खराब हो गई है।
सरकार को बजट का नहीं ज्ञान: कटारे
वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार को न ही बजट का ज्ञान है और न ही बजट की कोई प्लानिंग है। ‘सरकार में गैर अनुभवी लोगों को बैठा रखा है। बजट सत्र में पूरे साल के फंड वितरण की बात होती है लेकिन साल का तो छोड़िए, ये दिनों का भी अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं। इस सरकार को तो फायनेंशियल इमरजेंसी लगा देनी चाहिए। इनको सिर्फ जनता पर कर्ज लादना है। इस सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।मध्यप्रदेश के निर्माण के बाद से अब तक का यह सबसे छोटा बजट सत्र बुलाया गया है। सरकार जनहित के मुद्दों पर चर्चा से भागती है। ये साबित हो ही गया।’
खरगापुर विधानसभा में सड़क नहीं बनने का मुद्दा उठा
विधायक चंदा सुरेंद्र सिंह गौर ने खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में गांवों में सड़क नहीं होने का मुद्दा उठाया। गौर ने कहा कि सड़क नहीं होने के कारण किसानों को हाट बाजार और मंडी जाने में दिक्कत होती है। इसके जवाब में कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने कहा- सड़कों के निर्माण का कार्य राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा नहीं किया जाता। खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में बल्देवगढ़ में 3.789 एकड़ एरिया होने के कारण मंडी को हाईटेक मंडी के रूप में विकसित नहीं किया जा सकता। हाईटेक मंडी के लिए कम से कम 5 एकड़ जमीन की आवश्यकता होती है। सड़क का काम विभाग के अधीन नहीं होने से यह काम नहीं हो सकता।