भोपाल। मेंडोरी के जंगल में 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश मिलने के बाद से मप्र की सियासत गरमाई हुई है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस मप्र सरकार को लगातार घेर रही है। यहीं नहीं, पार्टी के बड़े नेता पीसी कर हर दिन मोहन सरकार पर गंभीर अरोप लगा रहे हैं। विपक्ष द्वारा किए जा रहे वार के बीच अब इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी बड़ा बयान दिया हे।
गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होने सागर पहुंचे सीएम मोहन ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने गठन होने के साथ ही कठोर निर्णय लिए है। सभी टोल बैरियर पर जो वसूली चलती थी या टोल पर शिकायत थी, सबको हमारी सरकार ने बंद कर दिया। प्रदेश में किसी भी हालत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसमें जिस स्तर पर भी कार्रवाई करना है, हमारी सरकार लगातार कर रही है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विकास और जनकल्याण की दिशा में हम निरंतर आगे चलते रहेंगे।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि 18 दिसंबर को लोकायुक्त ने राजधानी भोपाल में छापेमार कार्रवाई की थी। वहीं 19 दिसंबर को मेंडोरी गांव के कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी की एक लावारिस क्रिस्टा गाड़ी खाली प्लॉट पर खड़ी है। जिसमें 6 से 7 बैग रखे हुए हैं। कैश का अंदेशा होने की वजह से आयकर विभाग को सूचित किया गया था। जिसके बाद आईटी की टीम ने कांच तोड़कर अंदर से बैग बाहर निकला, जिसमें 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया था। सोने की कीमत लगभग 42 करोड़ रुपये बताई गई। लोकायुक्त की रेड में जो नाम सामने आया वह सौरभ शर्मा है, जो परिवहन विभाग का पूर्व आरक्षक है। उसी से जुड़े शख्स चेतन सिंह की यह गाड़ी बताई गई।