चंडीगढ़। हरियाणा से बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश के 5 बार मुख्यमंत्री रहे और आईएनएलडी प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार दोपहर निधन हो गया है। उन्होंने 89 साल की उम्र में गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। चौटाला लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें 11:35 बजे मेदांता की इमरजेंसी में लाया गया था। जहां डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई है।
बता दें कि उन्होंने आखिरी बार 2005 में रोड़ी विधानसभा से चुनाव लड़ा था। चौटाला परिवार मूल रूप से हिसार का रहने वाला है और ये इलाका जाटों का गढ़ माना जाता है। हरियाणा की राजनीति में जाट समुदाय का अच्छा खासा प्रभाव है। राज्य में करीब 26 से 28 फीसदी आबादी है और 36 विधानसभाओं में प्रभाव है। हालांकि हाल ही में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी है।
ओम प्रकाश चौटाला का जन्म एक जनवरी 1935 को सिरसा के गांव चौटाला में हुआ था। चौटाला पांच बार हरियाणा के सीएम रहे। दो दिसंबर 1989 को चौटाला पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। वे 22 मई 1990 तक इस पद पर रहे। 12 जुलाई 1990 को चौटाला ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद को शपथ ली थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को दो माह में ही पद से हटा दिया गया था। हालांकि चौटाला को भी पांच दिन बाद ही पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। 22 अप्रैल 1991 को तीसरी बार चौटाला ने सीएम पद संभाला। लेकिन दो हफ्ते बाद ही केंद्र सरकार ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
87 साल की उम्र में पास की थी 10वीं-12वीं
ओम प्रकाश चौटाला ने 87 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी। चौटाला ने 2019 में 10वीं की परीक्षा दी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से अंग्रेजी का पेपर नहीं दे पाए थे। अंग्रेजी विषय का परिणाम न आने के चलते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उनका 12वीं का परिणाम भी रोक लिया था। अगस्त 2021 में 10वीं का अंग्रेजी का पेपर दिया था, जिसमें उन्होंने 88% अंक प्राप्त किए थे। चौटाला ने 87 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी।
1996 चुनाव के बाद बनाया हरियाणा लोकदल
1993 में उन्होंने नरवाना उपचुनाव जीता। 1996 के लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) के नाम से नई पार्टी बनाई। 1998 में लोकसभा के मध्यावधि चुनाव में बसपा से गठबंधन कर हरियाणा में पांच लोकसभा सीटें जीती। इसके बाद उनके दल को मान्यता मिली। इसके बाद उनकी पार्टी का नाम बदलकर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) कर दिया गया। 24 जुलाई 1999 में चौटाला ने चौथी बार सीएम पद संभाला। दिसंबर 1999 में उन्होंने विधानसभा भंग करवा दी और विधानसभा चुनाव के बाद दो मार्च 2000 को चौटाला पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने। उसके बाद चौटाला पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहे।
कैसा है चौटाला का पारिवारिक स्ट्रक्चर
ओमप्रकाश चौटाला के दो बेटे हैं। अजय और अभय चौटाला। अजय और अभय चौटाला के दो-दो बेटे हैं। अजय चौटाला के बेटों का नामा दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला है। दोनों ही राजनीति में हैं। वहीं, अभय चौटाला के बेटों का नाम कर्ण और अर्जुन चौटाला है। ये दोनों भी राजनीति में हैं।