समस्तीपुर। आईपीएल 2025 के 47वें मुकाबले में राजस्थान रायल्स के 14 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया है। सोमवार की देर रात गुजरात टाइटंस के खिलाफ ऐतिहासिक पारी खेलते हुए वैभव 35 गंदों में शतक जड़ दिया। इस दौरान उन्होंने 11 गगनभेदी छक्के और 7 चौके जड़े। वैभव की इस पारी के दम पर ही आआर ने जीटी को 6 विकेट से रौंदा। वैभव की इस तूफानी पर जहां भारत के दिग्गज क्रिकेटर उनके मुरीद हो गए हैं। वहीं बेटे की इस उपलब्धि पर वैभव के पिता खुशी के मारे भावुक भी दिखाई दिए। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
वैभव सूर्यवंशी के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बेटे की उपलब्धि पर कहा- उसने महज 35 गेंदों पर शतक लगाया और अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स को जीत दिलाई है। उसकी इस उपलब्धि पर हम काफी खुश है। उन्होंने आगे कहा कि वैभव के इस प्रदर्शन पर पूरा इलाका, जिला और राज्य और देश उसकी शानदार बैटिंग पर खुशियां मना रहा है। वैभव के प्रदर्शन पर हम राजस्थान रॉयल्स के मैनेजमेंट और उनके खिलाड़ियों को दिल से धन्यवाद देना चाहते हैं। गौरतलब है वैभव बिहार के समस्तीपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं।
वैभव की उपलब्धि में इन सभी का अहम योगदान
संजीव सूर्यवंशी ने कहा- पिछले 3 4 महीनों से राजस्थान रॉयल्स ने वैभव को अपने पास रखकर काफी अच्छी प्रैक्टिस करवाई है। इसमें हेड कोच राहुल द्रविड़, बैटिंग कोच विक्रम राठौड़, साईराज बहुतुले और अन्य का अहम योगदान रहा है। इन सब ने वैभव को अपने पास रखकरखकर उसके खेल को सुधार रहे थे, वैभव भी काफी मेहनत कर रहा था। इसके साथ ही हम बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी को धन्यवाद देना चाहते हैं। क्योंकि उन्होंने बहुत कम उम्र में उसे बिहार से खेलने का मौका दिया।
मैं ज्यादा नहीं सोचता हूं, डर नहीं लगता: वैभव सूर्यवंशी
35 गेंदों पर शतक जड़ने वाले वैभव ने अपनी पारी में 11 छक्के लगाए और 7 चौके जड़े। वो प्लेयर आॅफ द मैच भी रहे। मैच के बाद उन्होंने कहा- बहुत अच्छा लग रहा है। यह आईपीएल में मेरा पहला शतक है और मेरी तीसरी पारी थी। टूनार्मेंट से पहले जो प्रैक्टिस की थी, उसका अब अच्छा नतीजा मिल रहा है। मैं बस गेंद को देखता हूं और खेलता हूं। यशस्वी जायसवाल के साथ बैटिंग करना अच्छा लगता है, वह मुझे समझाते हैं कि क्या करना है और हमेशा पॉजिटिव बात करते हैं। आईपीएल में शतक बनाना मेरा सपना था और आज वह पूरा हो गया। मुझे कोई डर नहीं लगता। मैं ज्यादा नहीं सोचता, सिर्फ खेल पर ध्यान देता हूं।