वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार की देर रात अमेरिका के 47वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले ली है। इसके साथ ही उन्होंने ताबड़तोड़ फैसले भी लेने शुरू कर दिए हैं। ट्रंप ने अमेरिका में जहां थर्ड जेंडर को अमान्य घोषित कर दिया हे। वहीं डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से भी बाहर निकलने का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस आदेश पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते से भी हटने का फैसला किया। बता दें कि ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा है कि अमेरिका के ‘स्वर्ण युग’ का अवतरण आज से हो गया है। जिस पर उन्होंने अमल करना भी शुरू कर दिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा कदम लेते हुए अमेरिका को विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर कर लिया है। शपथ लेने के कुछ घंटे बाद जारी किए गए एक कार्यकारी आदेश में ट्रंप ने कई कारणों का हवाला दिया, जिसमें डब्ल्यूएचओ का कोविड-19 महामारी से गलत तरीके से निपटना और तत्काल आवश्यक सुधारों को अपनाने में विफलता शामिल है। उन्होंने कहा कि एजेंसी अमेरिका से अनुचित रूप से भारी भुगतान की मांग करती है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि एजेंसी के लिए चीन कम भुगतान करता है। इस फैसले की वजह से डब्ल्यूएचओ पर भारी असर पड़ने वाला है। डब्ल्यूएचओ को अमेरिका से मिलने वाली फंडिंग बंद हो जाएगी। इसका असर दुनिया भर में चल रही डब्ल्यूएचओ की कई स्कीम पर पड़ने वाला है।
पेरिस जलवायु संधि से भी हटने के आदेश पर किया हस्ताक्षर
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को जलवायु परिवर्तन पर महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते से भी हटने का फैसला किया है। ट्रंप ने शपथ लेने के तत्काल बाद अमेरिका के पेरिस जलवायु समझौते से बाहर होने की घोषणा की थी। व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप एक बार फिर अमेरिका को तुरंत पेरिस जलवायु समझौते से बाहर करने जा रहे हैं। ट्रंप ने शपथ ग्रहण के कुछ घंटों बाद ही कैपिटल वन एरिना में कार्यकारी आदेशों के अपने पहले सेट पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान पेरिस जलवायु संधि से हटने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए गए।
शपथ समारोह में यह रहे मोजूद
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने बीती रात अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की। इसके लिए आयोजित समारोह में दुनिया की बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) भी मौजूद थे। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिसिला चैन, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस और उनकी मंगेतर लॉरेन सांचेज, साथ ही गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और ट्रंप के सबसे करीबी सलाहकारों में से एक एलन मस्क भी समारोह में मौजूद थे। एपल के सीईओ टिम कुक और टिकटॉक के सीईओ शोउ जी च्यू भी समारोह में मौजूद थे।
ट्रंप ने अगले चार सालों का विजन किया पेश
ट्रंप ने अपने पहले ही भाषण में अगले चार वर्षों के लिए अपना विजन प्रस्तुत किया। ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस की घोषणा की और कहा कि अमेरिकी पतन’ का समय समाप्त हो गया है और वह बहुत जल्दी बदलाव लाएंगे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का स्वर्णिम युग अभी शुरू हो रहा है। अमेरिका के नव नर्विाचित राष्ट्रपति ने यह भी ऐलान किया कि ऐसा अमेरिका बनाएंगे जिससे दूसरे देशों को जलन होगी, अब हम लोग दूसरे देशों को फायदा नहीं उठाने देंगे। हमारा देश फलेगा-फूलेगा और पूरी दुनिया में फिर से सम्मान प्राप्त करेगा।