नई दिल्ली। समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन चुका है। अब गुजरात सरकार भी प्रदेश में यूसीसी लागू करने की तैयारी कर रही है। इन सबके बीच पूर्व बॉलीवुड अभिनेता और टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने यूसीसी को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। यही नहीं उन्होंने अपने इस बयान से सबको हैरान भी कर दिया है। दरअसल टीएमसी सांसद ने यूनियन सिविल कोड को देश की जरूरत बता दिया है। उनके इस बयान से देश की सियासत भी गर्म हो सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि विपक्ष यूसीसी का विरोध कर रहा है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने उत्तराखंड का हवाला देते हुए कहा कि वहां जो हुआ है, प्रथम दृष्टतया हम सब कहें तो सराहनीय है। यूनिफॉर्म सिविल कोड तो होना ही चाहिए, किसी भी देश में होना चाहिए और तमाम देशवासी इस बात को मानेंगे।” हालांकि इस दौरान सिन्हा ने यह भी कहा कि यूनियन सिविल कोड के अंदर बहुत सारी खामियां है, जिन्हें दूर किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यूसीसी में बहुत सारे लोगों का, बहुत सारे वर्गों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। इस पर विचार विमर्श के लिए सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए।सबकी राय ली जानी चाहिए और इसे चुनाव अथवा वोट के दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए। इसे समझबूझ कर सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप वोट के लिए अथवा चुनाव के लिए इसे लागू कर रहे हैं। टीएमसी सांसद ने यूसीसी को लेकर यह बड़ा बयान बुधवार को संसद परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान दिया।
पूरे देश में ही बैन कर देना चाहिए नॉनवेज
मीडिया से बात करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने बीफ बैन का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कई जगह इसे बैन किया गया है और ये सही भी है। उन्होंने कहा, “मुझे पूछोगो तो बीफ बैन सही है और बीफ बैन ही क्यों पूरे देश में नॉनवेज ही बैन किया जाना चाहिए। ये मेरी राय है।” टीएमसी सांसद ने कहा कि अगर इसे सावधानी के साथ, चर्चा के बाद लागू किया जाएगा तो इसके सकारात्मक परिणाम होंगे। उन्होंने केंद्र पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आपने कई जगह बीफ बैन किया हुआ है और कई जगह इसे बैन नहीं किया है। नॉर्थ ईस्ट में क्या है? उन्होंने कहा कि बीफ को लेकर नॉर्थ इंडिया में ‘मम्मी’और नॉर्थ ईस्ट में ‘यम्मी’ वाली नीति नहीं चलेगी।