भोपाल। छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के सीनियर नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि देश में लागू वर्तमान जीएसटी चुने हुये अमीरों की, अमीरों के द्वारा, अमीरों के लिये आम आदमी के जेब से पैसे निकाल रही है। उन्होंने यह बात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान उनके साथ प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे भी मौजूद थे।
सिंहदेव ने कहा कि जीएसटी वर्तमान में जिन प्रावधानों से लागू है उसमें अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और मिडिल क्लास एवं निम्न आय वर्ग और अधिक जीएसटी चुका रहा है। उन्होंने कहा कि देश के 10 प्रतिशत अमीर 3 से 4 प्रतिशत जीएसटी कर दे रहे हैं, जबकि देश की निचली 50 प्रतिशत आय वर्ग की आबादी 64 प्रतिशत जीएसटी का भार वहन कर रही है।
निम्न आय वर्ग से ली जा रही अधिक जीएसटी
कांग्रेस नेता ने कहा कि जहां मध्यम और निम्न आय वर्ग से अधिक जीएसटी ली जा रही है, वहीं देश के कार्पोरेट घरानों को टैक्स में 2 लाख करोड़ की वार्षिक छूट दी जा रही हैं, निम्न आय वर्ग से जीएसटी लेना पूर्णत: अव्यवहारिक है वहीं कार्पोरेट टैक्स में छूट क्यों दी गई आप स्वयं समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी समाप्त होना चाहिए। वहीं पेंसिल जैसी वस्तुओं पर जीएसटी लगाना औचित्यहीन है और स्वास्थ सुरक्षा के लिये जो नागरिक इंश्योरेन्स कराते हैं उन्हें 18 प्रतिशत जीएसटी देनी पड़ रही है।
जीएसटी की दरों का होना चाहिए सरलीकरण
सिंहदेव ने कहा कि कर पटाने में व्यवसाईयों को अत्यधिक दिक्कतें हो रही हैं और वर्तमान में 9 जीएसटी के दर प्रचलन में हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जहां जीएसटी की दरों का सरलीकरण करना चाहिये, वहीं जीएसटी के दरों के बढ़ाने के बजाए कर चोरी रोक कर उपभोक्ताओं द्वारा दिये गये जीएसटी से राजस्व बढ़ा कर जीएसटी की दरें भी कम की जा सकती हैं साथ ही आमदनी में भी इजाफा किया जा सकता है।