भोपाल। पत्नी द्वारा लगाए गए रेप के आरोप के मामले में मप्र विधानसभा में नेता प्र्रतिपक्ष उमंग सिंघार की दिक्कतें बढ़ गई है। पत्नी के साथ दुष्कर्म मामले में मप्र सरकार उमंग सिंघार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। सरकार ने मप्र हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है। सरकार के इस कदम से उमंग सिंघार की मुश्किलें बढ़ सकती है।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की पत्नी प्रतिमा मुद्गल ने बलात्कार के आरोप लगाए थे। सिंघार के खिलाफ साल 2022 में धार के नौगांव थाने में दर्ज रेप की एफआईआर को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया था। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की जबलपुर खंडपीठ ने रेप केस रद्द करते हुए सिंघार को राहत दी थी। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। सुप्रीम कोर्ट की मध्य प्रदेश में वकील पशुपतिनाथ राजदान ने यह याचिका लगाई है।
सिंघार पर कई शादियां करने के लगे हैं आरोप
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष पर कई शादियां करने के आरोप लगे हैं। इनमें से एक पत्नी प्रतिमा उर्फ पिंकी मुद्गल भी उमंग सिंघार की महिला मित्र और कथित तौर पर दूसरी पत्नी की मौत के केस में सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर चुकी हैं। उन्होंने उमंग सिंघार पर कथित दूसरी पत्नी सोनिया भारद्वाज की मौत को हत्या बताते हुए इस केस की गहराई से जांच की मांग की है।
सिंघार के घर पर मिला था सोनिया का शव
प्रतिमा मुद्गल ने आरोप लगाया कि उमंग सिंघार ने अपने रिश्तेदार तत्कालीन आईपीएस अधिकारी की मदद से इसे आत्महत्या का केस बता दिया था। एसएलपी में पति उमंग सिंघार की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज की मौत के केस की फिर से जांच कराने की मांग की गई है। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार के घर पर 16 मई, 2021 को सोनिया भारद्वाज का शव मिला था। एफआईआर दर्ज होने के 5 दिन बाद ही यह केस क्लोज कर दिया गया था। प्रतिमा मुद्गल ने अपनी एसएलपी में पति द्वारा खुद को भी प्रताड़ित करने और जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।