अमृतसर। अमेरिका से निर्वासित 116 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमेरिकी सेना का विशेष विमान शनिवार देर रात भारत पहुंच गया है। अमेरिकी सेना के विमान की लैंडिंग अमृतसर हवाई अड्डे पर हुई। इनमें 67 पंजाब और 33 हरियाणा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं शेष अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। बता दें कि अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीयों का यह दूसरा ऐसा जत्था है, जिसे ट्रंप प्रशासन द्वारा डिपोर्ट किया गया है। पहले जत्थे में अमेरिका ने 104 अवैध भारतीय प्रवासी भारतीयों को भारत भेजा था। अमेरिका से निर्वासित 157 अवैध भारतीय प्रवासियों का तीसरा जत्था भी आज रविवार को आने की उम्मीद है। उनमें से 59 हरियाणा से, 52 पंजाब से, 31 गुजरात से और बाकी अन्य राज्यों से हैं।
बता दें कि अमेरिकी सेना के विमान ने भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे 116 अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर उड़ान भरी थी, जोकि 36 घंटे का सफर तय कर शनिवार रात 11.38 बजे अमृतसर पहुंचा। इसके बाद एयरपोर्ट पर मौजूद भारत सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की देखरेख में उनके हवाले कर दिया गया। एयरपोर्ट के अंदर पहले सभी के दस्तावेजों की चेकिंग की गई। इसके साथ यह भी देखा गया कि किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है या नहीं। सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया। पिछली बार की तरह इस बार भी अमेरिकी सेना के इस विमान को एविएशन क्लब की तरफ उतारा गया। परिवार के लोग दोपहर का ही एयरपोर्ट पहुंच गए थे। लंबे इतजार के बाद उनकी अपनों से मिलने की हसरत पूरी हुई।
यह बोले पंजाब के सीएम
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला व पंजाब सरकार के मंत्री व अधिकारी डिपोर्ट हुए लोगों को लेने पहुंचे थे। अमेरिकी विमान में भारतीयों के साथ अमेरिकी सरकार के कुछ अधिकारी, क्रू मेंबर और अमेरिकी सेना के जवान भी थे। भारतीयों के निर्वासित किए जाने पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सभी अपने लोग हैं। भले ही वह किसी भी तरीके से विदेशी धरती पर गए थे लेकिन उन सभी को पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा। साथ ही जो युवा लौट रहे है, उनको उनकी काबलियत के मुताबिक काम भी दिया जाएगा ताकि वह अपने देश में ही रहकर रोजी रोटी कमा सकें।
10 दिन पहले लौटे थे 104 प्रवासी भारतीय
गौरतलब है कि इससे पहले 5 फरवरी, 2025 को 104 भारतीयों को अमेरिकी सेना के विमान में हाथों में हथकड़ी और पांव में बेड़ियां लगाकर लाया गया था। इस पर केंद्र सरकार को विपक्षी दलों का विरोध झेलना पड़ा था। उम्मीद की जा रही है कि निर्वासित भारतीयों के साथ इस बार कैदियों जैसा व्यवहार नहीं होगा। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।