भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत पर हमला बोला। बुधवार को कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन का उद्घाटन करने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत कह रहे हैं कि 1947 में भारत को सच्ची आजादी नहीं मिली थी। मोहन भागवत का यह बयान हमारे संविधान पर हमला है। राहुल संघ प्रमुख पर इस तरह का बयान देकर भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। मप्र के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि राहुल गांधी की औकात नहीं की वह संघ प्रमुख पर बयान दें।
मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि आरएससए प्रमुख मोहन भागवत पर कमेंट करने की राहुल गांधी की औकात नहीं है. राहुल गांधी पर एफआईआर होनी चाहिए, जो विदेश जाकर अपने देश की बुराई करते हैं। इस दौरान विजयवर्गीय ने कांग्रेस के नए कार्यालय पर भी तंज कसा। उन्होंने इंदिरा भवन को लेकर कहा कि कांग्रेस की परंपरा रही है कि बड़े-बड़े नेताओं को छोड़कर कांग्रेस परिवार के छोटे नेताओं को आगे बढ़ाया गया. मुझे कोई हैरानी नहीं है कि उसका नाम इंदिरा भवन रखा गया. ये परिवारवाद का सीधा उदाहरण है।
संघ प्रमुख को लेकर यह बोले थे राहुल
बता दें कि दिल्ली में बुधवार को कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन का उद्घाटन सोनिया गांधी ने किया। इस दौरान राहुल गांधी भी मौजूद थे। कार्यकर्ताओं को संबोधिक करते हुए राहुल ने कहा कि मोहन भागवत हर दो-तीन दिन में अपने बयानों से देश को यह बताते रहते हैं कि वह स्वतंत्रता आंदोलन, संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने हाल ही में जो कहा वह देशद्रोह है, क्योंकि उनके बयान का मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है, अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई का महत्व नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा- हमारी विचारधारा कल सामने नहीं आई। हमारी विचारधारा हजारों साल पुरानी है। यह हजारों सालों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से लड़ रही है। हमारे अपने प्रतीक हैं। हमारे पास शिव हैं। हमारे पास गुरुनानक हैं। हमारे पास कबीर हैं। हमारे पास महात्मा गांधी हैं। ये सभी हमें यानी देश को सही रास्ता दिखाते हैं।