नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी स्मारक बनवाएगी। यही नहीं केन्द्र सरकार ने स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति में जगह को मंजूरी भी दे दी है। इसके बाद अब राष्ट्रीय स्मृति में कॉम्पलेक्स में जगह ढूंढी जाएगी की प्रणब दा का स्मारक कहा बनाया जाए। बता दें कि प्रणब मुखर्जी के निधन के 4 साल बाद केन्द्र सरकार उनका स्मारक बनाने जा रही है। केन्द्र इस फैसले से कांग्रेस ने भाजपा को अपने निशाने पर ले लिया है। आरोप लगाया है कि भाजपा दूसरो की विरासत छीनना चाहती है। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार किया है।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि भाजपा के पास अपनी कोई विरासत नहीं है इसलिए वे दूसरी पार्टी से विरासत छीनना चाहते हैं। उन्होंने सरदार पटेल की मूर्ति बनाई और कोशिश की कि पटेल को अपना दिखाएं। इस बार वही काम वो लोग प्रणब मुखर्जी के साथ कर रहे हैं। लेकिन प्रणब मुखर्जी कांग्रेस की उपज और पैदावार थे। वहीं कांग्रेस सांसद दानिश अली ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार ने मौत पर घिनौनी राजनीति करते हुए मनमोहन सिंह के लिए राजघाट स्मारक स्थली पर जगह की समूचे देश की माँग ठुकराते हुए प्रणब मुखर्जी के स्मारक के लिए उसी स्थान पर जमीन दे दी है। यह एक निम्न स्तर की राजनीति है और देश में आर्थिक क्रांति लाने वाले प्रधानमंत्री का घोर अपमान है।
असम सीएम ने किया पलटवार
कांग्रेस सांसदों के आरोपों पर पलटवार करते हुए अस के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि मनमोहन सिंह, नरसिम्हा राव जो भी हो। जो भी गांधी परिवार से बाहर के लोग होते हैं, उनके लिए कांग्रेस के मन में सम्मान नहीं होता। मनमोहन सिंह जी की अंतिम यात्रा को लेकर कांग्रेस ने तमाशा किया लेकिन इन लोगों का पदार्फाश उस दिन हुआ जब अगले दिन ही राहुल गांधी विदेश चले गए। मनमोहन जी के लिए राहुल गांधी के मन में कोई सम्मान नहीं है। राहुल गांधी को सीधे-सीधे बोल देना चाहिए कि मनमोहन सिंह रहे या नहीं रहे लेकिन मैं नए साल की छुट्टियां मनाना नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला प्रणब मुखर्जी को उनके संघ प्रेम के लिए उपहार भी है। प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर मुख्यालय में शीश झुकार संघ संस्थापक हेडगेवार को धरती पुत्र की उपाधि से नवाजा था। मुखर्जी ने संसद भवन में सावरकर का चित्र लगवाने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
शर्मिष्टा मुखर्जी ने ट्वीट कर दी थी जानकारी
बता दें कि प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि केंद्र सरकार ने प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने को मंजूरी दी है। यहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया। इस मुलाकात की फोटो और सरकार का पत्र पर शेयर कर उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी को इस पहल के लिए आभार। मुझे इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी। शर्मिष्ठा ने आगे कहा कि बाबा कहते थे, राजकीय सम्मान कभी मांगना नहीं चाहिए। ये हमेशा आॅफर होना चाहिए। पीएम ने मेरे बाबा की यादों को सम्मान देने के बारे में सोचा। इससे बाबा को तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे सम्मान और अपमान के आगे चले गए हैं, लेकिन उनकी बेटी को जो खुशी मिली है वह शब्दों में बयान नहीं की जा सकती है।