मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में बीते पांच सालों में बड़े उलटफेर देखने को मिले हैं। सबसे पहले शिवसेना टूटी। इसके बाद शरद पवार की पार्टी एनसीपी में बड़ी बगावत हुई। अजीत पवार एनसीपी के ज्यादातर विधायकों को लेकर महायुति में शामिल हो गए। अब इससे जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ गई है। दरअसल महाराष्ट्र में अब एक बार फिर प्रदेश की सियासत में बड़े बदलाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि शिवसेना यूबीटी ने अपने मुखपत्र सामना में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडवीस की जमकर तारीफ की है। लेख में नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली में विकास के लिए इच्छाशक्ति दिखाने के लिए मुख्यमंत्री की तारीफ की गई है। उन्हें क्षेत्र के लिए एक नई उम्मीद भी बताया गया है।
सामना ने अपने लेख में लिखा कि गढ़चिरौली में गरीबी की वजह से नक्सलवाद बढ़ा। पढ़-लिखकर पकौड़े तलने के बजाय, हाथों में बंदूकें लेकर आतंक मचाने, दहशत फैलाने की ओर युवाओं का झुकाव हुआ। इस संघर्ष में केवल खून ही बहा। पुलिस वाले भी मारे गए और बच्चे भी मारे गए। अब अगर मुख्यमंत्री गढ़चिरौली में इस तस्वीर को बदलने का निर्णय लेते हैं तो हम उन्हें बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि फडणवीस गढ़चिरौली में कुछ नया करेंगे और आदिवासियों की जिंदगी बदल देंगे। अगर गढ़चिरौली में संविधान का राज आ रहा है तो मुख्यमंत्री फडणवीस प्रशंसा के पात्र हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी मुख्यमंत्री को खूब सराहा है।
बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मिशन गढ़चिरौली का ऐलान करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के रास्ते से गढ़चिरौली को जोड़ा जाएगा। यही नहीं, उन्होंने एक दिन पहले गढ़चिरोली में बस सेवा भी शुरू की है। ऐसा 77 साल बाद हुआ है। सीएम के इसी कदम को लेकर शिवसेना ने सराहना की है। ज्ञात हो कि महाराष्ट्र का यह इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां नक्सली हमले की कई वारदात हो चुकी हैं और सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद संवेदनशील इलाका है।
यह बोले संजय राउत
सामना में छपे संपादकीय को लेकर शिवसेना उद्धव के नेता संजय राउत ने कहा कि मैंने 10 नक्सलियों के हथियार डालने और भारतीय संविधान को स्वीकार करने की तस्वीरें देखी हैं। अगर कोई ऐसा करता है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए। अगर गढ़चिरौली जैसे जिले का विकास होता है तो यह पूरे राज्य के लिए अच्छा है। अगर गढ़चिरौली महाराष्ट्र का स्टील सिटी बन जाता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं है। यह सब देवेंद्र फडणवीस की पहल के बाद किया गया है और कोई इसकी सराहना नहीं कर रहा है, तो यह सही नहीं है।
शिवसेना नेता ने कहा कि हम हमेशा अच्छी पहल की सराहना करते हैं। हमने पीएम मोदी की भी आलोचना की है, लेकिन जब वे कुछ अच्छा करते हैं तो हम उसकी सराहना भी करते हैं। आज तक गढ़चिरौली में जो भी उद्योग आता है तो लोग केवल उस उद्योगपति से जबरन वसूली के बारे में सोचते हैं, लेकिन अब ऐसा लगता है कि चीजें बदल रही हैं और इसकी सराहना की जानी चाहिए। राउत ने कहा कि हमने देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की है क्योंकि सरकार ने अच्छा काम किया है। महाराष्ट्र हमारा राज्य है और नक्सलवाद से प्रभावित गढ़चिरौली में अगर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और सांविधानिक मार्ग चुना तो हम इसका स्वागत करते हैं। पहले के ‘संरक्षक मंत्री’ ऐसा कर सकते थे, लेकिन इसके बजाय उन्होंने अपने एजेंट नियुक्त किए और पैसा इकट्ठा किया। इससे नक्सलवाद बढ़ा। हमने देवेंद्र फडणवीस के साथ काम किया है। लेकिन हम विपक्ष में हैं और हम मुद्दे उठाते रहेंगे।