इस्लामाबाद। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जफर एक्सप्रेस ट्रेन को 24 घंटे से भी अधिक समय से अपने कब्जे में ले रखा है। ट्रेन में करीब 500 मुसाफिर सवार थे, लेकिन इसमें से 214 लोगों को बीएलए ने बंधक बना रखा है। हालांकि पाकिस्तानी सेना बंधकों को छुड़ाने के लिए आॅपरेशन चला रही है। रातभर दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी भी हुई। लेकिन पाकिस्तानी सेना को अब तक कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। इस बीच इससे जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ गई है। रिपोर्ट की मानें तो बीएलए के आतंकी पाक आर्मी के साथ आर-पार के मूड में आ गए हैं। बीएलए के आतंकी हाईजैक ट्रेन में सुसाइड जैकेट पहनकर बैठे हैं।
बता दें कि बीएलए ने चेतावनी दी कि यदि सेना ने बंधकों को छुड़ाने की कोशिश की, तो सभी को मार दिया जाएगा। उन्होंने मांग भी रखी है कि सभी बलूचिस्तान बंधकों को तत्काल रिहा किया जाए। रिपोर्ट के अनुसार जाफर एक्सप्रेस पर हमलावरों के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का आॅपरेशन जारी है। हमलावरों में सुसाइड बॉम्बर्स भी शामिल हैं। विद्रोहियों ने अपने बॉम्बर्स को बंधकों के बीच बिठा रखा है। ये बॉम्बर सुसाइड जैकेट पहने हुए हैं, जिससे ट्रेन पर स्थिति और ज्यादा संवेदनशील और खतरनाक हो गई है। सुसाइड बॉम्बर्स की मौजूदगी के कारण आॅपरेशन को बेहद सावधानी से अंजाम दिया जा रहा है ताकि बंधकों की जान को कोई नुकसान न पहुंचे।
अब तक बचाए गए 155 यात्री
जानकारी के मुताबिक, अब तक पाक सुरक्षा बलों ने 155 यात्रियों को बीएलए की कैद से सुरक्षित बचा लिया है। अब तक 27 लड़ाके मार दिए गए हैं। जाफर एक्सप्रेस पर हमला करने वाले अफगानिस्तान में अपने मददगारों के संपर्क में हैं। बीएलए ने पाक फौज को अपनी मांगें मानने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए हर घंटे 10 बंधकों को मारने की धमकी दी है। BLA का कहना है कि अगर पाकिस्तानी फौज ड्रोन हमले करती है या गोलाबारी जारी रखती है तो 10 बंधकों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा।
कैसा किया गया हमला?
पाकिस्तान के क्वेटा से जाफर एक्सप्रेस मंगलवार सुबह लगभग 9 बजे पेशावर के लिए रवाना हुई थी। इस ट्रेन को दोपहर 1.30 बजे सिब्बी पहुंचना था। लेकिन बोलान के माशफाक टनल में हमला हुआ। ट्रेन जहां से गुजर रही थी, वह पहाड़ी इलाका है। यहां 17 सुरंगें हैं, जिस कारण ट्रेन की रफ्तार धीमी करना पड़ी, जिसका फायदा उठाकर बीएलए ने माशफाक में टनल नंबर-8 को उड़ा दिया। इससे ट्रेन बेपटरी हो गई और ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस हमले को बीएलए ने पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया।बीएलए के लड़ाके पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। हमले के लिए बीएलए ने अपने सबसे घातक लड़ाके मजीद ब्रिगेड और फतेह को तैयार किया था।