भोपाल। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा को मोदी सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। दरअसल एक देश, एक चुनाव के लिए बनी जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) में उन्हें भी शामिल किया गया है। ाह समिति 21 लोकसभा और 10 राज्यसभा के सदस्यों से मिलकर बनी है। इस कमेटी में दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज और कांग्रेस की ओर से वायनाड सांसद सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को भी शामिल किया गया है। इस समिति का उद्देश्य ‘एक देश, एक चुनाव’ की अवधारणा को लागू करने की दिशा में ठोस सिफारिशें देना है।
क्या है ‘एक देश, एक चुनाव’ का उद्देश्य?
बता दें कि ‘एक देश, एक चुनाव बिल केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने मंगलवार को लोकसभा में पेश कर दिया गया है। इस पर लंबी चर्चा के लिए जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी का गठन भी कर दिया गया है। एक देश एक चुनाव का मकसद लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराना है, जिससे देश में समय और संसाधनों की बचत हो सके। इसके जरिए चुनावी खर्चों को कम करने और सरकार के बेहतर संचालन की संभावना को मजबूत बनाने का प्रयास किया जाएगा। समिति अपनी रिपोर्ट संसद के अगले सत्र के आखिरी सप्ताह के पहले दिन लोकसभा में सौंपेगी।
2034 में संभवत: पूरे देश में एक साथ चुनाव
विधेयक के संसद से पारित होने के बाद साल 2029 के लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रपति अधिसूचना जारी लोकसभा की पहली बैठक की तारीख तय करेंगे। जब 2029 में चुनी गई लोकसभा का कार्यकाल पूरा होगा तो सभी विधानसभाओं का कार्यकाल भी पूरा मान लिया जाएगा। जिसके बाद 2034 में संभवत: पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जा सकेंगे।