शहडोल। शहडोल में गुरुवार को 7वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कॉन्क्लेव की शुरुआत की। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र शहडोल में आयोजित की गई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मप्र सरकार को 32,520 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। इससे 30 हजार से अधिक लोगों को रोजागर मिलेगा। कॉन्क्लेव में 40 से अधिक उद्योगपति शामिल हुए। जिन्होंने मप्र में निवेश के प्रस्ताव दिए। सीएम ने मप्र में निवेश के लिए एक दर्जन से अधिक उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा भी की। मुख्यमंत्री ने कॉन्क्लेव में 28 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। इन इकाइयों में 570 करोड़ रुपए का निवेश और 2600 रोजगार का सृजन होगा।
सीएम ने कॉन्क्लेव में शामिल हुए उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि उद्योगपति हमारी सर्वे भवंतु सुखिन: की सनातन संस्कृति को चरितार्थ करते हैं। एक योद्धा जिस प्रकार युद्ध में देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर देता है उसी प्रकार एक उद्यमी कई परिवारों का भला करता है। यदि हम सभी अपनी-अपनी भूमिका को ठीक ढंग से निभाएं तो सभी का कल्याण होगा और देश तरक्की करेगा। अपने लिए जिए तो क्या जिए, हमें सभी के कल्याण के लिए जीना है। उन्होंने कहा कि शहडोल, अनूपपुर, उमरिया क्षेत्र धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण हैं, परंतु इस क्षेत्र का विकास कहीं न कहीं रुका हुआ था। अब इनके विकास का समय आया है, आगामी वर्षों में यहां सर्वांगीण विकास होगा।
सीएम बोले- औद्योगिक हब के रूप में शहडोल को करेंगे विकसित
सीएम ने कहा कि प्रदेश में संतुलित विकास की दिशा में कदम बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश की 7वीं रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव ‘अपार संभावनाओं की भूमि’ शहडोल में आयोजित हुई है। उद्योगपतियों द्वारा यहां अपने अनुभव साझा किये गये है। मध्यप्रदेश की अग्रसर औद्योगिक नीति और अनुकूल औद्योगिक वातावरण से यहां निवेश के निरंतर प्रस्ताव प्राप्त हो रहे है, जो कि हमारी प्रगतिशील औद्योगिक नीति का प्रत्यक्ष प्रमाण है। हमारा लक्ष्य है शहडोल को एक औद्योगिक हब के रूप में विकसित करना जो के केवल मध्यप्रदेश नहीं अपितु पूरे देश का औद्योगिक केन्द्र बनें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं सभी उद्योगपतियों और निवेशकों का धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ, जिन्होंने इस कान्क्लेव में शामिल होकर क्षेत्र में निवेश के प्रति की रूचि दिखाई है। राज्य सरकार उद्योगपतियों और निवेशकों को हर संभव सहायता और सहयोग करेगी, जिससे इस क्षेत्र का समग्र विकास हो सकें।
हम उद्योगों को सहकार, सहयोग और देते हैं सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरलता, सुगमता के साथ व्यापार, व्यवसाय हमारी औद्योगिक नीति है। राज्य में उद्योगों के अनुकूल वातावरण है। हम उद्योगों को सहकार, सहयोग और सम्मान देते हैं। राज्य में औद्योगिक श्रमिकों की कोई परेशानी नहीं है। पर्यटन, आईटी सेक्टर और रेडीमेड गारमेंट्स आदि क्षेत्रों में उद्योगों को विशेष इंसेन्टिव दिए जाते हैं। रेडीमेड गारमेंट्स में 200 प्रतिशत तक मदद दी जाती है और 10 वर्ष तक 5 हजार रुपए प्रति मजदूर इंसेन्टिव भी दिया जाता है।
मप्र के हर युवा को योग्यता के आधार पर मिलेगा रोजगार
सीएम ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक युवा को उसकी योग्यता और दक्षता के अनुरूप रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ समय में 6 रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव आयोजित किये गए हैं, जिनमें 04 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आया है, और इनसे 3 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मध्यप्रदेश में आगामी 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव आयोजित की गई है। विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं को तलाशते हुए, सभी विभाग अपनी नीतियां बना रहे हैं, जो शीघ्र ही तैयार हो जाएंगी। प्रदेश में नव उद्यमिता (स्टार्ट-अप) को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस की सभी को बधाई दी।
कॉन्क्लेव के आयोजन से शहडोल के नागरिकों में उत्साह का संचार: शुक्ल
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन से शहडोल के नागरिकों में उत्साह और रोमांच का संचार हुआ है। ऐसा आयोजन, जो अब तक केवल बड़े शहरों तक सीमित रहता था, आज मुख्यमंत्री डॉ. यादव की दूरदर्शी सोच और प्रदेश के समग्र विकास के संकल्प के कारण संभाग स्तर में संभव हो पाया है। इस कॉन्क्लेव में देशभर से उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और क्षेत्र के विकास में अपनी सहभागिता की इच्छा व्यक्त की। शहडोल संभाग और समूचा विंध्य क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। यहाँ माँ नर्मदा का आशीर्वाद है, कोयले का अपार भंडार है, और पर्यटन के क्षेत्र में नए अवसरों का विकास हो रहा है।