भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर 11 दिसंबर को गीता जयंती पर पूरे प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव आयोजित किया जाएगा। उज्जैन में 8 से 12 दिसंबर तक कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में महोत्सव होगा। राजधानी भोपाल में 11 दिसंबर को मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मुख्य समारोह होगा। इंदौर के लता मंगेशकर सभागार में सांस्कृतिक संध्या होगी। जिला मुख्यालयों में श्रीकृष्ण परंपरा आधारित सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ जिला कारागार में श्रीमदभागवद् गीता के कर्मयोग अध्याय का पाठ किया जायेगा।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में ख्यात गीतकार श्री मनोज मुन्तशिर, मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिन्द्रा, गायिका स्वस्ति मेहुल, साधो बैंड सहित कई वैष्णव परंपरा आधारित सांस्कृतिक नाट्य दलों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। इसके अलावा पूरे मध्यप्रदेश में गौ एवं गोपाल तथा श्रीमदभवद् गीता पुराण आधारित चित्र प्रदर्शनी लगायी जायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण भारत में नवजागरण, उत्कर्ष और राष्ट्रीय अस्मिता के उज्ज्वल प्रतीक हैं। वे योगीराज-युगपुरुष-न्याय प्रिय-जगतगुरु हैं। वे साहित्य, संस्कृति, विज्ञान, गौवंश, कृषि और जल संवर्धन के प्रेरक तथा भारतीय सांस्कृतिक प्रभामंडल के सर्वमान्य प्रतीक हैं।
8 को मनोज मुंतशिर का गीता संवाद, 11 को विवेक देंगे मोटिवेशनल स्पीच
शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया उज्जैन में 8 से 12 दिसंबर 2024 तक कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की सांस्कृतिक गतिविधियाँ होगी। इस पाँच दिवसीय महोत्सव के पहले दिन ख्यात गीतकार मनोज मुंतशिर का गीता संवाद होगा। इसके बाद सुमन साहा (कोलकाता) निर्देशित महानाट्य गुरू दक्षिणा का मंचन होगा। यह श्रीकृष्ण-गुरू सांदीपनि के आख्यान पर आधारित है।
महानाट्य कृष्णायन की प्रस्तुति के साथ ही होंगी गीता आधारित प्रतियोगिताएं
दूसरे दिन श्री संजीव मालवीय निर्देशित महानाट्य कृष्णायन की प्रस्तुति होगी। 10 दिसंबर को प्रात: 10 बजे गीता आधारित प्रतियोगिताएं होगी। इसी क्रम में 11 बजे से श्रीमद्भगवद् गीता आधारित संगोष्ठी का आयोजन होगा जिसमें देश-विदेश के विषय विशेषज्ञ अपना वक्तव्य देंगे। सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री कलापिनी कोमकली श्रीकृष्ण पर केन्द्रित भजन प्रस्तुत करेंगी। इसके बाद श्री कुमार शर्मा एवं दल द्वारा “श्रीकृष्ण: अनेक नाम-अनेक धाम” नृत्य नाटिका को प्रस्तुति की जायेगी।
5108 आचार्य करेंगे गीता पाठ
ग्यारह दिसंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। इसमें प्रवचन, 5108 आचार्यों द्वारा गीता पाठ, मोटिवेशनल स्पीकर श्री विवेक बिन्द्रा की मोटिवेशनल स्पीच, श्रीमद्भगवद् गीता एवं मूल्य आधारित शिक्षा प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरण, सुदर्शन चक्र की संगीतमय यात्रा- श्रीकृष्ण गाथा नृत्य नाट्य की प्रस्तुति होगी। 12 दिसंबर को प्रात: 8.00 बजे से सम्पूर्ण गीता पाठ एवं यज्ञ किया जायेगा।
भोपाल में बनेगा श्रीमद्भगवद् गीता के सस्वर पाठ का विश्व रिकार्ड
श्रीमद्भगवद् गीता के कर्मयोग अध्याय का आचार्यों द्वारा विश्व रिकार्ड बनाने के लिये 11 दिसंबर को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में सस्वर पाठ किया जायेगा। सांस्कृतिक संध्या में साधो बैण्ड एवं दल द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। इसके अलावा पर्यटकों-शोधार्थियों के लिये प्रदेश के पर्यटन स्थलों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर श्रीमद्भगवद् गीता, वाल्मीकि रामायण और रामचरितमानस की एक-एक प्रतियाँ रखे जाने की पहल की जायेगी। वहीं इंदौर के लता मंगेशकर सभागार में गायिका स्वस्ति मेहुल एवं दल, मुंबई श्रीकृष्ण आधारित गीतों को प्रस्तुत करेंगी।
गीता भारतीय के दर्शन और चिंतन का मूल आधार
ज्ञात हो कि श्रीमद्भगवद् गीता भारतीय के दर्शन और चिंतन का मूल आधार है, जो सद्कर्म के माध्यम से मनुष्य को अपने में ही दिव्यता का अनुभव करा देती है। यह समस्त मानव समाज को स्व-धर्म का आत्म-बोध देती है, यह सच्चे कर्तव्य पथ की ओर प्रशस्त करती है। साथ ही विरासत से विकास की संकल्पना के मूल विचार में सनातन परम्पराएं, मान्यताएं और उसके कल्याणकारी सामाजिक परिणाम रहे है। इसी क्रम में गीता जयंती के अवसर पर संपूर्ण मध्यप्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शोधपीठ के निदेशक ने बताया कि हरियाणा के कुरूक्षेत्र में गीता जयंती के अवसर पर 15 दिसंबर तक आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की ओर से गौ एवं गोपाल तथा श्रीमद्भागवत पुराण आधारित चित्र प्रदर्शनी लगायी जायेगी। साथ ही श्रीकृष्ण आधारित भजन, नृत्य, नाट्य एवं गायन आदि प्रस्तुतियाँ की जायेगी।