भोपाल। पार्टी के अंदर भारी विरोध और भाजपा नेताओं के हमलों से परेशान होकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंगलवार की देर रात कार्यकारिणी का विस्तार किया है। दूसरी लिस्ट में 158 नेताओं को जगह दी गई है। इसमें 25 सदस्यीय पीएसी समेत 84 सचिव और 36 संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए हैं। पीएसी में कमलनाथ, नकुलनाथ के साथ ही दिग्विजय सिंह को भी शामिल किया गया है। दूसरी लिस्ट के बाद जीतू की नई टीम में अब कुल 335 पदाधिकारी हो गए हैं। पहली लिस्ट में कुल 177 पदाधिकारी घोषित किए गए थे। लेकिन दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद भी पार्टी के नेताओं का गुस्सा अब भी शांत हो नहीं हो रहा है। एक-एक कर नेताओं की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है।
इन सबके बीच राजधानी भोपाल से ही बड़ी खबर आ गई है। कार्यकारिणी की दूसरी लिस्ट में प्रदेश सचिव बनाए गए भोपाल के पूर्व शहर अध्यक्ष मोनू सक्सेना ने सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। मोनू सक्सेना ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को पत्र में लिखा, मैं प्रदीप मोनू सक्सेना, छात्र राजनीति ठरवक, युवा कांग्रेस व भोपाल जिला कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और हमेशा रहूंगा। आपके द्वारा मुझे प्रदेश कांग्रेस में सचिव का महत्वपूर्ण पद मुझे दिया गया है। चूंकि, मैं पूरे समय पार्टी की विचार धारा के लिया कार्य करता हूं और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और हम सब के जन नेता राहुल गांधी के संदेश को घर-घर के साथ जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा हूं। आप से अनुरोध है कि मेरे प्रदेश सचिव स्थान पर किसी अन्य अनुभवी य युवा साथी को पदस्थ कर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करें।
दूसरी लिस्ट में इन्हें मिली जगह
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारिणी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी नेताओं की नाराजगी खुल कर बाहर आई थी। इंदौर कांग्रेस के नेता प्रमोद टंडन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी सवाल उठा रहे थे। वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को पीसीसी की टीम में जगह नहीं दिए जाने पर बीजेपी की ओर से भी हमला हो रहा था। नेताओं की नाराजगी बढ़ती देख दूसरी लिस्ट जारी की गई है। दूसरी लिस्ट में अजय सिंह का नाम भी देखने को मिला है। वही कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को भी जगह दी गई है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 25 सदस्यीय पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) का गठन किया गया है। इसमें कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, जीतू पटवारी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार, कांति लाल भूरिया, अजय सिंह राहुल, अरुण यादव, विवेक तन्खा, अशोक सिंह, मीनाक्षी नटराजन, कमलेश्वर पटेल, ओमकार सिंह मरकाम, फूल सिंह बरैया, सज्जन सिंह वर्मा, गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति, नकुलनाथ, बाला बच्चन, विजय लक्ष्मी साधौ, शोभा ओझा, आरिफ मसूद, तरुण भनोत, प्रवीण पाठक और सत्यपाल सिंह नीटू सिकरवार को शामिल किया गया है।
अनुशासन समिति में इन नेताओं को मिला मौका
अमरपाटन विधायक राजेंद्र कुमार सिंह को अनुशासन समिति का चेयरमैन बनाया गया है। पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, रिटायर्ड आईएएस अजीता वाजपेई, शेख अलीम और पूर्व विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को अनुशासन समिति का सदस्य बनाया गया है।
विवेक तन्खा को भी में किया शामिल
मोहन सरकार ने मध्यप्रदेश के संभाग, जिलों तहसीलों और प्रशासनिक सीमाओं का परिसीमन करने के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया है। इसमें दो रिटायर्ड अफसरों की नियुक्ति भी हो चुकी है। इसीलिए कांग्रेस ने प्रशासनिक परिसीमन और विधानसभा-लोकसभा सीटों के परिसीमन को देखते हुए इस कमेटी का गठन किया है। कांग्रेस ने डीलिमिटेशन कमेटी (परिसीमन समिति) का भी गठन किया है। राज्यसभा सांसद और सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, अधिवक्ता जेपी धनोपिया, केके मिश्रा, सेमरिया विधायक अभय मिश्रा, ग्वालियर ग्रामीण विधायक साहब सिंह गुर्जर और रिटायर्ड आईएएस वीके बाथम को इसका सदस्य बनाया गया है।