भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अपना नया हेड क्वार्टर बनाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस का नया हाईटेक आॅफिस रोशनपुरा चौराहे पर आकार लेगा। दो एकड़ जमीन पर बनने वाले इस आफिस के निर्माण खाका तैयार कर लिया गया है। हालांकि प्रॉपर्टी की मैपिंग के साथ ही नए प्रदेश कार्यालय की बिल्डिंग के निर्माण को मंजूरी के लिए प्रस्ताव दिल्ली भेजा जाएगा। एआईसीसी से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद इसका काम शुरू हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो रोशनपुरा चौराहे पर स्थित कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स को तोड़कर 5 मंजिला नया प्रदेश कांग्रेस कार्यालय बनाया जाएगा। नए आॅफिस में किसी भी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधि संचालित नहीं होगी। यानि अब कांग्रेस अपने आॅफिस परिसर में किसी दुकान या शोरुम को किराए पर स्पेस नहीं देगी।
बता दें कि रोशनपुरा चौराहे पर बने कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर जिला कांग्रेस कमेटी का कार्यालय है। ग्राउंड फ्लोर पर करीब 35 दुकानों में तमाम शो रुम संचालित हो रहे हैं। पीछे पार्किंग और सामने ओपन ग्राउंड हैं। नए कांग्रेस स्टेट हेडक्वार्टर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ही यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस, आदिवासी कांग्रेस, एससी, एसटी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों और टीम के बैठने के लिए कक्ष बनाए जाएंगे। राष्ट्रीय नेताओं के रुकने के लिए भी रुम बनाए जाएंगे। अभी बाहर से आने वाले नेताओं के लिए होटलों में कमरे किराए पर लेने पड़ते हैं। कई बार बड़े आयोजन होने के चलते नेताओं के लिए होटलों में कमरे बड़ी मशक्कत से मिल पाते हैं। अब आॅफिस में ही ठहरने की व्यवस्था होगी।
पार्टी ने अपनी ही जमीन पर मुख्यालय बनाने शुरू की कवायद
वहीं भोपाल में अभी जिस भवन में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय संचालित हो रहा है, वहां नया आॅफिस बनने के बाद प्रकोष्ठ और सामाजिक संगठनों के कार्यालय और जिला कार्यालय को शिफ्ट किया जा सकता है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार रोशनपुरा चौराहे पर पार्टी की करीब दो एकड़ जमीन है। भोपाल की सबसे प्राइम लोकेशन पर कांग्रेस की जमीन और कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स है। हालांकि, कई किराएदार ऐसे हैं जो सालों से किराया ही नहीं दे रहे हैं। ऐसे में पार्टी ने अब अपनी जमीन पर मुख्यालय बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
पूरे एमपी में कांग्रेस की संपत्तियों की कराई जाएगी मैपिंग
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भोपाल सहित पूरे मप्र में कांग्रेस की संपत्तियों की मैपिंग कराई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर जैसे बड़े शहरों के साथ ही किस जिले में कांग्रेस की कितनी संपत्ति है। इसकी मैपिंग कराकर जानकारी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) को दिल्ली भेजी गई है। माना जा रहा है कि पीसीसी के बाद जिलों में भी कांग्रेस कार्यालयों का कायाकल्प कराया जा सकता है।