नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 5 फरवरी को वोटिंग और 8 को नतीजे आएंगे। वोटिंग में कम समय बचा होने के कारण दिल्ली की सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारियों को और तेज कर दिया है। इसी कड़ी में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मिडिल क्लास के लिए अलग से मैनिफेस्टो जारी किया। उन्होंने कहा- केंद्र में एक सरकार के बाद दूसरी सरकार आई, सबने मिडिल क्लास को डराकर दबाकर रखा हुआ है। मिडिल क्लास के लिए ये कुछ नहीं करते।इस दौरान केरीवाल ने मिडिल क्लास को लेकर केंद्र सरकार के समक्ष सात मांग रखी है। केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि भारत का मिडिल क्लास सरकार के टैक्स टेररिज्म का शिकार बन गया है।
केजरीवाल ने कहा कि चुनाव के दौरान धर्म और जाति के नाम पर कई वादे किए जाते हैं लेकिन देश का मिडिल क्लास किसी भी पार्टी के एजेंडे में नहीं है। मिडिल वर्ग टैक्स टेररिज्म का विक्टिम है। ऐसे में हम मांग करते हैं कि देश का अगला बजट मिडिल क्लास को समर्पित हो। इसके लिए हमारी सात सूत्रीय मांगें हैं। केजरीवाल ने कहा- जब सरकार को इनकी जरूरत पड़ती है, तो सरकार टैक्स का हथियार चला देती है। बदले में मिडिल क्लास को क्या मिलता है, कुछ नहीं। मिडिल क्लास सरकार का एटीएम बनकर रह गया है। मिडिल क्लास टैक्स टेररिज्म का शिकार हो गया है। केजरीवाल ने कहा- आज मैं ऐलान करता हूं कि मैं और आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक मिडिल क्लास की आवाज उठाएंगे। बजट सत्र में हमारे सांसद मिडिल क्लास के लिए मांग करेंगे।
है आम आदमी की मिडिल क्लास के लिए 7 मांगें:-
- केंद्रीय बजट में शिक्षा को लेकर धनराशि 2 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी की जाए। निजी स्कूलों में बढ़ती फीस को नियंत्रित किया जाए।
- उच्चा शिक्षा के लिए सब्सिडी लाई जाए।
- स्वास्थ्य बजट 10 फीसदी बढ़ाया जाए।
- जरूरी सामानों से जीएसटी हटाया जाए।
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन योजना लाई जाए।
- रेलवे में बुजुर्गों के लिए 50 फीसदी की रियायत दी जाए।
- वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा में 50% की छूट मिले।
केजरीवाल ने कहा कि देश का मिडिल वर्ग टैक्स भरता है। मध्यम वर्ग से सरकार सिर्फ टैक्स लेती है। लेकिन इस वर्ग को सरकार से क्या मिलता है? मिडिल क्लास की 50 फीसदी आमदनी सिर्फ टैक्स भरने में चली जाती है। जीते-जी को टैक्स देना ही पड़ता है, मरने के बाद भी उन्हें टैक्स देना पड़ता है। हर चीज पर मिडिल क्लास को टैक्स भरना पड़ता है। इस वजह से भारतीय अब बड़ी संख्या में देश छोड़कर जा रहे हैं। 2020 में 85 हजार भारतीयों ने देश छोड़ा है। केजरीवाल ने कहा कि भारत का मिडिल क्लास सरकार के टैक्स टेररिज्म का शिकार बन गया है। लेकिन हमारी पार्टी जनता का पैसा जनता पर ही खर्च करती है। हमने मिडिल क्लास को महंगाई की मार से बचाने के लिए बिजली और पानी सस्ता किया है। हमने टैक्स का पैसा दिल्ली में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया है।
मिडिल क्लास हमारा देश चलाता है
केजरीवाल ने कहा- ये वो लोग हैं, जो हमारा देश चलाते हैं। इनके क्या सपने होते हैं? अच्छी नौकरी या बिजनेस, अपना घर, अच्छी शिक्षा, परिवार स्वस्थ रहे। एक आम मिडिल क्लास आदमी इन सबके लिए दिन-रात मेहनत करता है। अधिकतर सरकारें न अच्छे स्कूल बना रही हैं, न अस्पताल बना रही हैं और रोजगार-सुरक्षा भी नहीं दे पा रही हैं। कोई ऐसा देश नहीं है, जिसे इतना परेशान किया जा रहा हो।
जीने से लेकर मरने तक टैक्स
केजरीवाल बोले- अब दूध, पॉपकॉर्न और पूजा के सामान पर टैक्स है। घर लेना हो तो टैक्स, बेचो तो टैक्स। गाड़ी खरीदो तो टैक्स बेचो तो टैक्स। जीते जी तो टैक्स देना पड़ता है, मरने के बाद भी देना पड़ता है। आज एक यंग मिडिल क्लास कपल उसके लिए फैमिली प्लानिंग एक फाइनेंशियल डिसीजन बन गया है। परवरिश अफोर्ड करने के बारे में सोचना पड़ता है। केजरीवाल ने कहा कि 2023 में 2 लाख 16 हजार 219 लोगों ने देश छोड़ दिया है। ये युवा हमारे देश का भविष्य बन सकता था, उसे देश छोड़ना पड़ रहा है। पैसा जनता से आता है सरकार के पास। जनता की भलाई पर खर्च करे या फिर उद्योपति दोस्तों को कर्ज दे दे और फिर वो कर्ज माफकर जनता के पैसे डुबो दे।
हम जनता का पैसा जनता पर खर्च करते हैं
दिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार जनता का पैसा जनता पर खर्च करती है। हमने एजुकेशन का बजट 5 से 10 हजार करोड़ कर दिया। आज शिक्षा का बजट 16 हजार करोड़ कर दिया। 4 लाख बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में आ गए। हमने प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने पर कैप लगा दी। उन्होंने कहा- पिछले साल में गलत फीस ली थी, हमने वो फीस रिफंड करवा दी। पानी और बिजली के बिल कम कर दिए हैं। सभी बड़े शहरों में सबसे सस्ती बिजली दी। सप्लाई 24 घंटे कर दी। अच्छे अस्पताल और अच्छे मोहल्ला क्लिनिक बनाए।