भोपाल। गुना में तीन दिवसीय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 57वां प्रांतीय अधिवेशन की शुरुआत हो गई है। अधिवेशन का शुभारंभ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया। कार्यक्रम में आशीष चौहान, धर्मेंद्र राजपूत, संदीप वैष्णव, सुमोनिका शर्मा, राजेश अग्रवाल, यशवर्धन भार्गव, वरुण सिंह, शिवराज चंदेल उपस्थित रहे। तात्या टोपे नगर में आयोजित एबीवीपी अधिवेशन को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि छात्र शक्ति में ही राष्ट्र भक्ति समाहित होती है। विद्यार्थी अपने जीवन में शिक्षा और व्यावहारिक ज्ञान के साथ निरंतर आगे बढ़ें और चिंतन-मनन के साथ अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर हों।
सीएम ने आगे कहा कि परिषद के अधिवेशन शामिल होकर अद्भुत आनंद की अनुभूति हुई। इसका एहसास अलग प्रकार का होता है। हमारे अतीत के कालक्रम पर जो बात कही है, वह एक, एक बात एकदम सही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन भविष्य को तय करता है। विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ व्यावहारिक ज्ञान से परिपूर्ण होना चाहिए। हम सभी को राष्ट्रवादी विचारधारा के साथ समाज को एक नयी दिशा प्रदान करने का दायित्व निभाना चाहिए।
कॉलेजों रोजगार देने वाले कोर्स शुरु करने सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेजों में रोजगार देने वाले कोर्स प्रारंभ करने के लिये सरकार प्रतिबद्ध हैं। प्रदेश में 15 वर्ष में 30 मेडिकल कॉलेज प्रारंभ किये गये। इन कॉलेजों में 5 हजार बच्चों की सीटें सुरक्षित रखी गई। आने वाले समय में 52 मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार युवाओं को लाभ दिलाये जाने की योजना पर सरकार कार्य कर रही हैं। सीएम ने कहा कि गुना जिले को तात्या टोपे विश्वविद्यालय की सौगात मिलने से विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षा के प्रति आगे बढ़ाने के रास्ते आसान होगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 55 एक्सीलेंस कॉलेज प्रारंभ किये गये हैं। साथ ही कृषि संकाय की पढाई प्रारंभ करवाई गई है।
श्रीकृष्ण को आदर्श मानकर आगे बढ़े
सीएम ने कहाकि भगवान श्रीकृष्ण को आदर्श मानकर उनके बताये मार्ग पर आगे बढे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें। विद्यार्थियों की शक्ति से ही भारत में लोकतंत्र की नींव मजबूत हुई है। मताधिकार 18 वर्ष के युवाओं को प्राप्त हुआ है। शिक्षा व्यवस्था के व्यापारीकरण को समाप्त किया गया। साथ ही शिक्षा में सुधार के लिये आवश्यकतानुसार बदलाव किया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहाकि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हमारे प्राचीन आदर्शों को सहेजने तथा संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के सराहनीय प्रयास किये गये है। उन्होंने शिक्षा की महत्ता को देश में स्थापित किया हैं। साथ ही नयी शिक्षा नीति तथा प्राचीन संस्कृति को सहेजने के लिये आवश्यक कदम उठाये हैं।
दुनिया में बढ़ रहा भारत का मान
सीएम ने कहा- दुनिया में आज भारत का मान बढ़ रहा है। आने वाले समय में जल की उपलब्धता के आधार पर मध्यप्रदेश इस नई पीढ़ी के माध्यम से आगे बढ़ेगा। सरकार का प्रयास है कि एक एक इंच जमीन पर सिंचाई का रकबा बढ़ना चाहिए। नदी जोड़ने की कल्पना अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। मोदी जी के नेतृत्व में इस योजना का अमल शुरू हो गया है। हमारी युवा पीढ़ी केवल रोजगार मांगने वाली नहीं, बल्कि रोजगार देने वाली बननी चाहिए। इसी सोच के साथ हमारी सरकार काम कर रही है, इसलिए जगह-जगह इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव किए हैं।