भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को कृषि विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए है कि प्रदेश में तिलहन और दालों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी किसानों को प्रेरित किया जाए। इसके लिए कृषकों को नई कृषि तकनीक, उन्नत बीज, उपयुक्त उर्वरक और कीटनाशक के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
वहीं बैठक में सीएम ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में मोटे अनाज अर्थात मिलेट्स के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि विशेषज्ञ और विभागीय अधिकारियों की समिति बनाकर कार्य-योजना विकसित की जाए। समिति में कृषक प्रतिनिधियों को भी अनिवार्यत: शामिल किया जाए। बैठक में सीएस अनुराग जैन, एसीएस राजेश राजौरा और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मोटे अनाज के उत्पादन से किसानों की आय में होगी वृद्धि
सीएम ने कहा कि मोटे अनाजों के उत्पादन से फसल लेने की लागत में कमी आएगी और कृषकों की आय में वृद्धि होगी। यह पहल किसानों के सामाजिक आर्थिक स्तर में सुधार लाने और खेती को लाभ के व्यवसाय के रूप में स्थापित करने में सहायक होगी। बैठक में जानकारी दी गई की प्रदेश में धान का क्षेत्राच्छादन साधन 36 लाख 33 हजार हेक्टर क्षेत्र में है और उपार्जन के लिए 7 लाख 76 हजार किसान पंजीकृत हैं।