भोपाल/ग्वालियर/जबलपुर। 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश मिलने के बाद से आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा जांच एजेंसियों के राडार पर है। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद इस मामले में ईडी की भी एंट्री हो गया है। यहीं नहीं, ईडी की टीम ने शुक्रवार सुबह सौरभ शर्मा के भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर स्थित ठिकानों पर दबिश दी है। बताया जा रहा है कि प्रेस लिखी गाड़ी में अधिकारी आज जबलपुर के बड़े बिल्डर रोहित तिवारी के घर पहुंचे और छापामार कार्रवाई की। सूत्रों के मुताबिक, रेड में कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
ईडी की टीम सुबह करीब 5 बजे भोपाल में अरेरा कॉलोनी ई-7 स्थित मकान नंबर 78 और 657 समेत 1100 क्वार्टर स्थित जयपुरिया स्कूल के दफ्तर,ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित सौरभ शर्मा की कोठी और जबलपुर में शास्त्री नगर स्थित बिल्डर रोहित तिवारी के घर पर सुबह 5 बजे दबिश दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छापेमार कार्रवाई अभी भी जारी है। फिलहाल, अधिकारी दीवारों और फर्श की मेटल डिटेक्टर और अन्य आधुनिक उपकरणों के साथ जांच कर रहे हैं। अफसरों को आशंका है कि जिस तरह लोकायुक्त के छापे के दौरान सौरभ के घर में टाइल्स के नीचे ढाई किलो चांदी मिली थी, उसी तरह इन ठिकानों पर और भी सोना और चांदी छिपाकर रखा गया है।
लग्जीरियस लाइफ जीने का शौकीन है रोहित
जानकारी के मुताबिक बिल्डर रोहित तिवारी सौरभ शर्मा का रिश्ते में साला लगता है। रोहित लग्जीरियस लाइफ जीने का शौकीन है। बताया जा रहा है कि सौरभ शर्मा का बड़ा पैसा रोहित तिवारी के जरिए इन्वेस्ट हुआ हैं। जिसके इनपुट मिलते ही एक टीम आज बड़ी संख्या में बिल्डर के शास्त्री नगर स्थित आवास पहुंचे। बता दें कि मेडिकल कॉलेज के आगे शास्त्री नगर इलाके में रोहित तिवारी का आलीशान बंगला बना हुआ है। उसकी गिनती शहर के बड़े बिल्डरों में होती है। सुरक्षा को देखते हुए घर के बाहर सीआरपीएफ जवान तैनात हैं। घर के सभी सदस्यों से ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। सौरभ ने अपनी पत्नी दिव्या के भाई शुभम तिवारी के नाम से करोड़ों का निवेश किया है। इसके अलावा दोस्त चेतन सिंह गौर और बहनोई रोहित तिवारी के नाम भी निवेश का पता चला है। ईडी की टीम इसकी पड़ताल में जुटी है।
ग्वालियर एसपी बोले- किसकी रेड, नहीं पता
ग्वालियर के बहोड़ापुर स्थित सौरभ शर्मा की कोठी पर सुबह 5 बजे ही पुलिस फोर्स के साथ ईडी ने दबिश दी। फिलहाल, घर के बाहर फोर्स तैनात है, अंदर अफसर सर्चिंग कर रहे हैं। हालांकि, ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह का कहना है कि रेड किसकी है, यह अभी उनको भी नहीं पता है। किसी भी जांच एजेंसी ने ग्वालियर पुलिस से संपर्क नहीं किया है।Ñ पड़ोस में रहने वाले रिटायर्ड डीएसपी मुनीष राजौरिया ने बताया- ये डॉ. राकेश शर्मा का घर है। उनके दो लड़के सचिन और सौरभ शर्मा हैं। सचिन छत्तीसगढ़ में नौकरी करता है। सौरभ भोपाल में ही रहता था। यहां उसका बहुत कम आना-जाना होता है।
भोपाल स्थित घर पर मेटल डिटेक्टर के साथ पहुंची ED
वहीं प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज सौरभ के भोपाल स्थित घर और दफ्तर पर दबिश दी। ईडी की टीम मेटल डिटेक्टर सहित कई आधुनिक उपकरण के साथ पहुंची। इधर ग्वालियर में भी कार्रवाई चल रही है। विनय नगर स्थित मकान पर इनकम टैक्स सहित अन्य जांच एजेंसी ने दबिश दी है।
अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो चुकी
आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की अग्रिम जमानत याचिका भोपाल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने गुरुवार को खारिज कर दी थी। सौरभ ने अपने वकील राकेश पाराशर के जरिए याचिका फाइल की थी। पाराशर ने अदालत में दलील दी कि आरोपी लोक सेवक नहीं है, उसे अग्रिम जमानत का लाभ दिया जाए। न्यायाधीश ने अपने आदेश में उसे लोक सेवक मानते हुए और अपराध की गंभीरता को देखते हुए अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया।