नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का आज चौथा दिन है। लेकिन मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों के सही आंकड़े को लेकर मंगलवार को भी संसद का माहौल गरमाया रहा। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान सपा सांसद अखिलेश यादव ने सरकार को अपने निशाने पर लेते हुए सवाल किया की मौतों के आंकड़े छिपाए क्यों जा रहे हैं। उन्होंने यह कहा कि कि महाकुंभ में डबल इंजन सरकार फेल हो गई। इसलिए इसकी जिम्मेदारी सेना को सौंपी जानी चाहिए।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरानअखिलेश ने पनी बात रखने से पहले अखिलेश ने कहा कि वे सदन में अपनी बात रखने के बाद 2 मिनट का मौन रखेंगे। ताकि महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दे सकें। वहीं उन्होंने भाजपा को घेरते हुए पूछा कि आंकड़े दबाए और छिपाए क्यों गए? अखिलेश ने कहा कि महाकुंभ की व्यवस्था के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों का सही आंकड़ा दिया जाए, आंकड़े छिपाने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई हो।
सपा सांसद कहा कि ‘सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है, लेकिन उन्हें महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी देने चाहिए। महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए। महाकुंभ हादसे में हुई मौतों, घायलों के इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, भोजन, पानी, परिवहन की उपलब्धता के आंकड़े संसद में पेश किए जाएं। महाकुंभ त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई हो और सच्चाई छिपाने वालों को सजा मिले। हम डबल इंजन की सरकार से पूछते हैं कि अगर कोई दोष नहीं था तो आंकड़े क्यों दबाए गए, छिपाए गए और मिटाए गए?’