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कांग्रेस भ्रष्टाचार की पर्याय, सी फॉर कांग्रेस-सी फॉर करप्शन: सिंघार ने मंत्री राजपूत पर लगाए गंभीर आरोप तो भाजपा ने किया पलटवार

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भोपाल। पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़े मामले पर मप्र की सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस लगातार मोहन सरकार और मंत्रियों को अपने निशाने पर ले रही है। अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शनिवार कोप्रेस कांफ्रेंस कर भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में बड़ा दावा किया है। साथ ही मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर गंभीर आरोप भी लगाए। सिंघार के आरोपों पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस के आरोप सिर्फ झूठ का झुनझुना है।

आशीष अग्रवाल ने कहा कि आज कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार द्वारा पुन: झूठ का झुनझुना बजाने का कुत्सित प्रयास किया गया है। यह कितना हास्यास्पद और विरोधाभासी है कि जो उमंग सिंघार स्वयं विभिन्न आरोपों से घिरे हों, वह आज दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं। वही उमंग सिंघार हैं, जो 15 महीने की कमलनाथ सरकार के दौरान अपने ही मंत्रालय में खरीद-फरोख्त और ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसे अनेकों मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे रहे हैं।

सुर्खियां बटोरने सिंघार लगा रहे आरोप
जब सिंघार झारखंड कांग्रेस के प्रभारी सचिव बने, तो वहां पर टिकट बेचने के आरोप स्वयं कांग्रेस नेताओं ने लगाये थे। ये वही उमंग सिंघार हैं, जो कभी अपने ही पार्टी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को शराब माफिया, रेत माफिया, ब्लैकमेलर बताते थे और आज उनके साथ मंच साझा करते हैं। उमंग सिंघार भ्रष्टाचार और व्यभिचार के जो आरोप लगे हैं उनका जवाब दें। आज सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए उमंग सिंघार जब दूसरों पर आरोप लगाते हैं तो मुझे वह शेर याद आता है कि-
चेहरे पर नकाब और लहजे में बदजुबानी लिए फिरते हैं,
जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हों, वो दूसरों का हिसाब लिए फिरते हैं।

कांग्रेस का प्रथम परिवार जमानत पर है
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार का पर्याय और पर्यायवाची है। सी फॉर कांग्रेस-सी फॉर करप्शन। कांग्रेस के प्रथम परिवार के सभी लोग राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका और जीजा जी भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में या तो जमानत पर हैं या अदालतों, जांच एजेंसियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं। ऐसी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी को भ्रष्टाचार रोकने का पाठ पढ़ा रही है। उसे याद रखना चाहिए इस समय देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकारें हैं। ये सरकारें तथा जांच एजेंसियां गंभीरतापूर्वक भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं और किसी भी भ्रष्टाचारी को छोड़ा नहीं जाएगा।

कांग्रेस के आरोप विरोधाभासी
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के आरोप कितने विरोधाभासी हैं, इसका अंदाज एक छोटी सी बात से लगाया जा सकता है। कांग्रेस ने जो दस्तावेज दिखाये हैं, उनमें एक कांग्रेस नेता का ही नाम आ रहा है। उमंग सिंघार को यह बताना चाहिए कि कमलेश बघेल से कांग्रेस का क्या नाता है, वह किस गुट से आते हैं? सिर्फ आपसी बैर निकालने के लिए उमंग सिंघार उनका नाम ले रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह देश बाबा साहब के बनाए संविधान से चलता है, कांग्रेस के प्रथम परिवार की लिखी हुई किसी किताब से नहीं चलता। कांग्रेस के पास अगर कोई तथ्य हैं, तर्क हैं, तो उसे जांच एजेंसियों को सौंपना चाहिए और उन्हें न्याय प्रक्रिया में शामिल कराना चाहिए।

मंत्री राजपूत पर सिंघार ने लगाया यह गंभीर आरोप
आरटीओ के करोड़पति पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों को लेकर उमंग सिंघार ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरकार पर सौरभ को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सौरभ के घर मिले दस्तावेजों की जांच होनी चाहिए। 40 दिन फरारी के दौरान वह कहां रहा? किसने मदद की? इसकी कोई जानकारी नहीं है। यह सच सामने आना चाहिए। सौरभ शर्मा की कॉल डिटेल अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है। कॉल डिटेल सामने आने के बाद कई अधिकारी और नेता बेनकाब होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग से एक केंद्रीय मंत्री को हर महीने 2 करोड़ रुपए जाते थे। सिंघार ने कहा है कि जो जानकारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को लेकर सामने लाई गई है, उसमें करीब 1250 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति का ब्योरा है। इसके रिकॉर्ड उनके पास हैं।

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