भोपाल। आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां मिले करोड़ों के सोना और कैश के बाद से मप्र की भाजपा सरकार कांग्रेस के निशाने पर हैं। इसी कड़ी में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने परिवहन विभाग पर निशाना साधा है। साथ उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार और लूट, क्या भाजपा सरकार की यही डबल इंजन की रफ्तार है।
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंगलवार को निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की सीमा पर चल रहे भ्रष्टाचार में सरकार की भूमिका अब स्पष्ट हो चुकी है। प्रदेश में चेक पोस्ट तो बंद हैं, लेकिन अवैध वसूली पोस्ट जरूर चालू हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार, मंत्री उदय प्रताप के परिवहन विभाग से पिछले दो सप्ताह में करोड़ों रूपयों के भ्रष्टाचार, घपलों-घोटालों और गड़बडियों का खुलासा हुआ हैं।
पोस्ट पर तैनात गुंडों द्वारा की जा रही जबरदस्ती वसूली
जीतू ने कहा कि कभी 100 करोड़ रूपयों की लाल डायरी तो कभी अवैध वसूली के कारनामें उजागर हो रहे हैं। चेक पोस्ट बंद होने के बावजूद भी सरकार और भ्रष्ट नौकरशाही की मिलीभगत से चार पहिया, आठ पहिया वाहनों सहित बड़े वाहनों के वसूली पोस्ट से गुजरने के दौरान अवैध वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं हर ट्रक से 500 रू. से 1000 रुपए तक की अवैध वसूली की जा रही हैं। यदि वाहन चालकों द्वारा वसूली का विरोध किया जाता है तो पोस्ट पर तैनात गुंड़ों द्वारा मारपीट, जबरदस्ती कर वसूली की जाती है।
परिवहन मंत्री की चुप्पी गहरी साजिश का करती है इशारा
जब बात अधिकारियों तक जाती है तो अधिकारियों द्वारा कहा जाता है कि यह वसूली ऊपर से दबाव का परिणाम है। यानि परिवहन विभाग में ट्रकों एवं अन्य वाहनों से अवैध वसूली के लिए ऊपर से दबाव बनाया जाता है। सवाल यह उठता है कि आखिर यह ऊपर से दबाव बना कौन रहा है? इसकी हकीकत सामने आना चाहिए? परिवहन विभाग में इतने बड़े स्तर पर हो रही अवैध वसूली को लेकर परिवहन मंत्री की चुप्पी से यह साबित होता है कि यह सब खेल परिवहन मंत्री की गहरी साजिश और उनकी मिलीभगत की ओर ही इशारा करती है।
खुलेआम लूटा जा रहा जतना का पैसा
पटवारी ने कहा कि प्रदेश की जनता का पैसा खुलेआम लूटा जा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है। क्या भ्रष्टाचार और लूट, भाजपा सरकार की यही ह्यडबल इंजन की रफ्तार है? मुख्यमंत्री मोहन यादव को ऐसे भ्रष्ट मंत्री से तत्काल इस्तीफा लेना चाहिए और प्रशासनिक ड्यूटी को कलंकित करने वाले ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल सेवा से बर्खास्त करना चाहिए। यदि मुख्यमंत्री जी ऐसा नहीं करते हैं तो परिवहन विभाग में व्याप्त इस तरह की अराजकता के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर भ्रष्ट नौकरशाह और भ्रष्ट मंत्री से इसका जबाव लेगी।