नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का मंगलवार को चौथा दिन था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन को संबोधित किया। करीब डेढ़ घंटे के संबोधन में पीएम मोदी विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। खासकर उनके निशाने पर सबसे ज्यादा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी रहे। इसकी बड़ी वजह भी थी। दरअसल राहुल गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को बोरिंग बताया था। खास बात यह रही की पीएम ने अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी का एक बार भी नाम नहीं लिया।
सदन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, मैं आज जनता जनार्दन का भी बड़े आदर के साथ आभार व्यक्त करना चाहता हूं। देश की जनता ने 14वीं बार जवाब देने का मौका दिया है। सदन में जिन जिन लोगों ने हिस्सा लिया मैं उन सबका आभार व्यक्त करता हूं। इसके बाद पीएम ने राहुल गांधी को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोगों को गरीबों की बात करना बोरिंग लगता है। पीएम ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर सुर्खियां बटोरते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी।
समस्या की पहचान करके नहीं छूट सकते
पीएम ने कहा- समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते, समस्या का समाधान भी करना होता है। हमारा प्रयास समस्या के समाधान का रहता है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं। उन्होंने ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली से 1 रुपया निकलता है तो गांवों तक सिर्फ 15 पैसे ही पहुंचते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह पैसा आखिर किसके पास जाता था, यह देश की जनता अच्छे से समझ सकती है।
हमने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को योजनाओं से हटाया
उन्होंने अपनी सरकार की पारदर्शी नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को योजनाओं से हटाया और 3 लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से बचाए। उन्होंने कहा, “हमारा मॉडल बचत भी, विकास भी है। जनता का पैसा सिर्फ जनता के लिए खर्च होता है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया गया, लेकिन इसका असर यह हुआ कि आज गांव-गांव में शौचालय बन चुके हैं और लोग बेहतर जीवन जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य गरीबों का उत्थान करना है और इसके लिए वे लगातार काम करते रहेंगे।
केजरीवाल पर भी बरसे पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा- 2014 में जब आए तब मान्य विपक्ष नहीं था। उतने अंक भी लेकर कोई नहीं आया था, अनेक कानून ऐसे थे हमें पूरी स्वतंत्रता थी। हमारा संविधान को मानने का चरित्र था, हमने तय किया कि भले विपक्ष नहीं होगा, लेकिन जो सबसे बड़े दल का नेता है, उसे मीटिंग में बुलाएंगे। ये लोकतंत्र की आत्मा होती है, तब होता है। इस दौरान पीएम मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा – कुछ लोगों का फोकस आलीशान घरों में जकूजी और शॉवर पर है। पीएम ने कहा कि कुछ नेताओं का फोकस अपने घर के स्टाइलिश बाथरूम पर है। हमारा फोकस तो हर घर नल से जल पहुंचाने पर है। 12 करोड़ लोगों को नल से जल दिया, हमारा फोकस गरीबों के घर बनाने पर है।
जनता के 30 हजार करोड़ रुपए बचे हैं
हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर का बजट 1.80 लाख करोड़ था। आज 11 लाख करोड़ रुपया बजट है। सरकारी खजाने में बचत हुई वो तो एक बात है, हमने इस बात पर भी ध्यान रखा कि जन सामान्य को भी बचत का लाभ मिलना चाहिए। आपने देखा होगा कि आयुष्मान भारत योजना, बीमारी के कारण आम आदमी को होने वाला खर्च करीब देश में एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए जनता के बचे हैं। जनऔषधि केंद्र में 80 फीसदी डिसकाउंट होता है। जनता के 30 हजार करोड़ रुपए बचे हैं।
कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया
पीएम मोदी ने कहा- हमारे स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया जाता था, न जाने क्या-क्या कहा जाता था। इस अभियान के तहत कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया है। पीएम मोदी ने कहा- लेकिन पहले अखबारों की हैडिंग होती थी। इतने लाख के घोटाले, 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं। जो जनता की सेवा में लगे।
‘संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं’
पीएम मोदी ने आगे कहा- पीएम किसान सम्मान निधि से साढ़े तीन लाख करोड़ किसान के खाते में पहुंचे हैं, बीते दशक में तीन गुना अधिक खरीदी की है, किसान को ऋण में भी तीन गुना वृद्धि की गई है। आपदा में किसान को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता था, किसानों को पौने दो लाख करोड़ रुपये मिले हैं, सिंचाई के लिए कदम उठाए गए हैं, संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं है। पानी को लेकर बाबा साहब का विजन इतना क्लियर था कि आज भी हम लोगों को प्रेरणा देता है, सौ से अधिक दशकों से लटकी सिंचाई परियोजनाएं पूरा करने का अभियान चलाया। नदियों को जोड़ने की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। आज हमने केन-बेतवा लिंक समेत कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया। गुजरात में ऐसा मेरा सफल अनुभव रहा है।
2014 के पहले ऐसे बम गोले फेंके गए कि देशवासियों का जीवन हो गया था छलनी
2014 के पहले ऐसे बम गोले फेंके गए, बंदूक की ऐसी गोलियां चलाई गई कि देशवासियों का जीवन छलनी कर दिया गया। हमने धीरे-धीरे उन घावों को भरते-भरते आगे बढ़े। 2 लाख रुपये 2013-14 में उस पर इनकम टैक्स माफी थी और आज 12 लाख रुपये संपूर्ण रूप से इनकम टैक्स से मुक्ति। हमने बीचे के काल खंड में 14 में 17 में 19 में 23 में भी हम लगातार ये करते आए। घाव भरते गए और आज बैंडेज बाकी था वो भी कर लिया। स्टैंडर्ड डिडक्शन उसके अगर 75 हजार जोड़ दें तो पहली अप्रैल के बाद देश में सैलरीड क्लास है उनके पौने 13 लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा।
‘राष्ट्रपति ने देश के सामने भविष्य के 25 साल की बात रखी’
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि सदन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की बातें हुईं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है। राष्ट्रपति ने देश के सामने भविष्य के 25 साल की बात रखी। एक प्रकार से आदरणीय राष्ट्रपति जी का ये उद्बोधन विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला है, नया विश्वास पैदा करने वाला है और जन-सामान्य को प्रेरित करने वाला है। पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले। हम लोगों ने पांच-पांच दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने। हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, सच्चा विकास दिया। हम जमीन से जुड़कर काम करते हैं, तो बदलाव होते ही हैं। अब तक गरीबों को चार करोड़ घर मिले हैं, जिन लोगों ने वो जिंदगी जी है वो जानते हैं कि पक्की छत मिलने का क्या मतलब होता है। आजादी के 75 साल के बाद देश में 16 करोड़ से ज्यादा घरों में नल का कनेक्शन नहीं था। हमारी सरकार ने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों के घरों में नल-से-जल देने का काम किया है।