नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र का शुक्रवार को आगाज हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में मोदी सरकार की उपलब्धियों का खूब बखान किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद भवन परिसर में मीडिया कर्मियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जोरदार प्रहार किया। पीएम मोदी ने कहा कि कि 2014 के बाद शायह यह पहला सत्र है जब बजट सत्र के पहले कोई विदेशी चिंगारी देश में नहीं देखने को मिल रही है। पीएम ने यह भी कहा कि नवाचार, समावेशन और निवेश लगातार हमारी आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार रहे हैं। इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक बिल पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाले कानून बनेंगे।
मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने देखा होगा, शायद 2014 से लेकर अब तक यह पहला संसद सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई ‘विदेशी चिंगारी’ (विदेशी हस्तक्षेप) नहीं देखी गई, जिसमें किसी विदेशी ताकत ने आग लगाने की कोशिश नहीं की। मैंने हर बजट सत्र से पहले यह देखा था और हमारे देश में कई लोग इन चिंगारियों को हवा देने में कोई कसर नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा, ‘मैं 2014 से देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कोई कमी नहीं है। 10 साल बाद यह पहला सत्र मैं देख रहा हूं, जिसमें किसी भी विदेशी कोने से कोई चिंगारी नहीं भड़काई गई।’
मां लक्षमी हमें देती है सिद्धि और विवेक
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो पीएम मोदी ने अपनी इस अहम टिप्पणी में सत्र से पहले विदेश से पहले उठाये जाने वाले वैसे मामलों की ओर देश का ध्यान खींचा है जो सत्र के पहले एजेंडे के तहत उठाए जाते हैं और फिर विपक्ष इन मुद्दों को लेकर पूरे सत्र में हंगामा करता रहता है। पीएम ने कहा कि आज बजट सत्र के प्रारंभ में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं। ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का पुण्य स्मरण किया जाता है। मां लक्ष्मी हमें सिद्धि और विवेक देती हैं। समृद्धि और कल्याण भी देती हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्गीय समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे।’
हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे किए, यह गर्व की बात
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे गणतंत्र ने 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत गर्व की बात है। इस देश के लोगों ने मुझे तीसरी बार ये जिम्मेदारी दी है और ये इस तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का जो संकल्प इस देश ने लिया है उस दिशा में यह बजट सत्र, यह बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा कि देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा तब विकसित होकर रहेगा। 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयासों से इस संकल्प को पूरा करेंगे।
विकसित भारत को मजबूती देने सभी सांसद देंगे योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि इस बजट सत्र में सभी सांसद विकसित भारत को मजबूती देने के लिए अपना योगदान देंगे। विशेषकर जो युवा सांसद हैं, उनके लिए तो ये सुनहरा अवसर है, क्योंकि वो सदन में जितनी जागरूकता और भागीदारी बढ़ाएंगे, विकसित भारत के फल उनकी नजर के सामने देखने को मिलेंगे। इसलिए युवा सांसदों के लिए ये एक अनमोल अवसर है। मैं आशा करता हूं कि हम देश की आशा-आकांक्षाओं के इस बजट सत्र में खरे उतरेंगे।