इंदौर। मुख्यमंत्री मोहन यादव जापान रवाना होने से पहले सोमवार को इंदौर के दौरे पर पहुंचे। जहां वह गांधीनगर में आयोजित जनकल्याण अभियान के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए और विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। सीएम ने सफाई मित्रों को सुरक्षा के लिये पीपीई किट बांटी और पादुकाएं भी पहनाई। इस दौरान उन्होंने पद्मश्री के लिये चयनित श्री भैरवसिंह चौहान का शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। सीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। वहीं महू से निकाली गई रैली के दौरान राहुल गांधी के भाषण पर भी पलटवार किया। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे।
सीएम ने कहा कि राहुल गांधी अपनी राजनीति की दुकान को मोहब्बत की दुकान बताकर समाज में नफरत फैलाने का सामान बेच रहे हैं और पार्टी कार्यकतार्ओं को भी ऐसा ही फरेब करना सिखा रहे हैं। लेकिन देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के इस दोगलेपन को भली भांति जानती है और उनके बहकावे में नहीं आने वाली। कांग्रेस की रैली झूठ फैलाने, समाज को बांटने और सनातन को अपमानित करने के साथ शुरू हुई। कांग्रेस महात्मा गांधी, संविधान और बाबा साहब के नाम पर देश को बांटने का एजेंडा चला रही है। नकली गांधियों ने असली गांधी के विचारों की हत्या कर उन्हें अपमानित करने का काम किया है।
गरीबों की हमदर्द भाजपा
सीएम ने कहा कि गरीबों, पिछड़़ों और आदिवासियों के हमदर्द बनने का ढोंग करने की बजाय राहुल गांधी को देश की जनता को यह बताना चाहिए कि कांग्रेस की सरकारों ने आजादी के बाद गरीबों, पिछड़ों और आदिवासियों के लिए क्या किया? इन्होंने गरीबी मिटाने का सिर्फ नारा दिया, लेकिन गरीबों के लिए कभी कुछ नहीं किया। देश के गरीबों, पिछड़ों और आदिवासियों की सबसे बड़ी हमदर्द भाजपा है, जिसका लक्ष्य समाज के अंतिम व्यक्ति का कल्याण करना है और यह कांग्रेस के नारों की तरह खोखला नहीं है बल्कि भाजपा की सरकारें इसे धरातल पर साकार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की योजनाएं कांग्रेस की बंदरबांट करने वाली योजनाएं नहीं हैं, बल्कि इनसे लोगों के जीवन में बदलाव आ रहा है और इन्हीं योजनाओं के फलस्वरूप आज करोड़ों लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल सके हैं।
कांग्रेस के लिए यह हैं राजनीतिक औजार
सीएम ने आगे कहा कि भाजपा पर आरोप लगाने वाले राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी के महात्मा गांधी, संविधान और बाबा साहब अंबेडकर का नाम सिर्फ राजनीति के औजार हैं। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस ने आजादी के बाद न बापू की सुध ली, न संविधान का सम्मान किया और न ही बाबा साहब के विचारों, सिद्धांतों के प्रति आस्था रखी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने न सिर्फ बाबा साहब अंबेडकर की राह में कांटे बिछाए बल्कि उनकी विचारधारा को भी कुचलने का काम किया। देश में आपातकाल लगाकर बाबा साहब के बनाए संविधान की हत्या की और 90 बार से अधिक संविधान संशोधन करके उनकी पीठ में बार-बार छुरा घोंपा। ये भाजपा की सरकार ही है, जो महात्मा गांधी के विचारों को आत्मसात कर रही है।