ग्वालियर। ग्वालियर के लाड़ले और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिजारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर ग्वालियर जिले का गौरव दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा हुए। कार्यक्रम में सीएम ने ग्वालियर की विभूतियों को ग्वालियर गौरव सम्मान से सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने अटलजी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने उस दौर की सत्ता व्यवस्था से लड़कर अपने विचारों के साथ देश के सर्वोच्च पद तक पहुंचे। कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकारों ने जो नहीं कर सकीं, वह कार्य अटल जी ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर किया है। अटल ने संगठन से लेकर सत्ता तक जब जिस पद के दायित्व को निभाया, उसे ऊंचाइयां प्रदान कर उसे गौरवांन्वित करने का कार्य किया है।
परमाणु परीक्षण कर कलाम जैसी प्रतिभाओं को देश सामने किया पेश
सीएम ने कहा कि देश जनता है कि हीरा मध्यप्रदेश के पन्ना से निकलता है, लेकिन अटल जी ने यह साबित कर दिया कि हीरा पोखरण से भी निकल सकता है। वाजपेयी ने पोखरण परमाणु परीक्षण किया, लोगों ने प्रतिक्रिया दी तो दूसरा, तीसरा करके पांच परीक्षण किए। इन्हीं परमाणु परीक्षणों से उन्होंने अब्दुल कलाम जैसी प्रतिभा को देश के सामने पेश किया। अटलजी ने जय जवान, जय किसान के साथ जय विज्ञान का नारा दिया था। परमाणु परीक्षण के बाद पता चला कि उन्होंने यह नारा क्यों दिया था।
अटलजी ने मप्र-देश का मान बढ़ाया
सीएम ने कहा कि अटल ने अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से ग्वालियर, मध्यप्रदेश और देश का मान-सम्मान बढ़ाने का कार्य किया है। पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य किया है। उन्होंने कई राज्यों में एम्स की स्थापना कर जनता को चिकित्सा शिक्षा सुगम कराने का कार्य किया है। आजादी के बाद वे वर्षों तक प्रदेश में शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं ने गरीबों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कोई कार्य नहीं किया।
वाजपेयी की स्मृतियों को संजोएंगे, समिति बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. वाजपेयी जी की स्मृतियां सिर्फ ग्वालियर से ही नहीं जुड़ी हैं। श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बड़नगर में प्रारंभिक स्कूली शिक्षा प्राप्त की थी। अटल स्मारक के अलावा प्रदेश में स्व. वाजपेयी के जीवन से जुड़े स्थानों पर उनसे जुड़ी स्मृतियों को संजोने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। स्व. वाजपेयी ने युवा अवस्था में ही एक जनप्रतिनिधि के तौर पर अपने व्यक्तित्व से सभी को चमत्कृत कर दिया था। वे शब्दों के जादूगर थे। हिन्दी के बड़े प्रचारक थे। उन्होंने जय विज्ञान का नारा भी दिया। शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को स्कूल चलें हम अभियान के माध्यम से प्रेरित किया। वे कठिनाईयों के बीच समस्याओं के समाधान का मार्ग निकालते थे जो एक कुशल नेता का कार्य होता है।
इन विभूतियों का हुआ सम्मान
CM ने ग्वालियर गौरव दिवस में गायन प्रस्तुति के लिए आए प्रख्यात गायक सुरेश वाडेकर, साहित्य क्षेत्र से जगदीश तोमर, खेल क्षेत्र से सु करिश्मा यादव , योग क्षेत्र से अखिलेश पचौरी, चिकित्सा सेवा क्षेत्र से डॉ. एस.एन. आयंगर, शिक्षा और पर्यावरण क्षेत्र से बाबा सेवा सिंह, समाज सेवा क्षेत्र से विकास गोस्वामी, लेखन और कला संस्कृति क्षेत्र से केशव पांडे, शोध और अकादमिक क्षेत्र से सु आद्या दीक्षित को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समस्त प्रतिभाओं को बधाई दी।