रीवा। रीवा के मुकुंदपुर टाइगर सफारी में बुधवार को नये मेहमान का आगमन हुआ। ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान से पांच माह का सफेद बाघ मुकुंदपुर के चिड़ियाघर में पहुंचा। इसके बदले दो मादा सांभर ग्वालियर भेजे गये हैं। फिलहाल सफेद बाघ को क्वारेंटाइन बाड़े में रखा गया है, जहां चिकित्सक उसकी देखरेख कर रहे हैं। 15 दिन तक उसकी निगरानी की जायेगी, इसके बाद उसे सामान्य बाड़े में छोड़ा जायेगा। जिसके बाद पर्यटक निहार सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुकुंदपुर का महाराजा मार्तण्ड सिंह जू दे व्हाइट टाइगर सफारी पर्यटकों की पसंद बन चुका है। यहां पर तरह-तरह के वन्य जीवों को रखा गया है, जो पयर्टकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को पांच माह के सफेद बाघ को यहां लाया गया है। बताया गया है कि इसकी प्रक्रिया कई माह से चल रही थी। सेंट्रल जू अथॉरिटी ने पिछले माह इसकी अनुमति दे दी थी। जिसके बाद ग्वालियर प्राणी उद्यान से सफेद बाघ को यहां भेजा गया है। इसके बदले में मुकुंदपुर चिड़ियाघर से दो माता सांभर को भेजा गया है। बुधवार को टीम सफेद बाघ को लेकर मुकुंदपुर पहुंची।
चार हो गई सफेद बाघ की संख्या
मुकुंदपुर चिड़ियाघर में अब सफेद बाघ की संख्या चार हो गई है। पहले से यहां पर रघू व सोनम सफेद बाघ मौजूद थे। जबकि टीकू नाम के सफेद बाघ को गत वर्ष दिल्ली के चिड़िया घर से लाया गया था। इन्हें समय-समय पर सफारी क्षेत्र यानी खुले में भी छोड़ा जाता रहा है।
चिड़ियाघर प्रबंधन करेगा नामकरण
ग्वालियर के प्राणी उद्यान से लाये गये पांच माह के सफेद बाघ का नामकरण अभी नहीं हुआ है। उसका नामकरण आने वाले दिनों में चिड़ियाघर प्रबंधन करेगा। बताया गया है कि इसे लाने की अनुमति पिछले माह ही मिल गई थी। लेकिन उस समय व्यवस्था नहीं होने के कारण बुधवार को उसे मुकुंदपुर लाया गया है। बाघ को लेने के लिये टीम 12 जनवरी को यहां से रवाना हुई थी।