भोपाल। राजधानी भोपाल में आज से 5 दिवसीय अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता आयोजित होने जा रही है। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। सीएम ने भोपाल में बड़े तालाब के बोट क्लब पर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम ने स्मारिका का विमोचन किया। मध्यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में आयोजित हो रही इस स्पर्धा में 23 से ज्यादा राज्यों के 500 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में छठवीं बार अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता आयोजित होने जा रही है। इससे पहले साल 2005, 2007, 2013, 2017 और 2019 में मध्यप्रदेश पुलिस यह प्रतियोगिता आयोजित कर चुकी है।
सीएम ने भोपाल आई विभिन्न राज्यों और पुलिस इकाइयों के टीम मैनेजरों से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने अखिल भारतीय प्रतियोगिता के अवसर पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। इस अवसर पर प्रतियोगिता में सहभागी टीमों को शपथ दिलाई गई। मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना द्वारा अखिल भारतीय आयोजन का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। आपको बता दें कि 17 से 21 फरवरी तक चलने वाली अखिल भारतीय पुलिस वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में अंडमान निकोबार, असम, बिहार, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडीशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ, आइटीबीपी और सशस्त्र सीमा बल की टीमें भाग ले रही हैं।
सीएम ने खिलाड़ियों को दी बधाई
सीएम ने कहा कि राजधानी में आज पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों के द्वारा छठी वाटर स्पोर्ट्स प्रतिस्पर्धा का आरंभ हुआ है। जिसमें 23 से ज्यादा राज्यों के 500 से अधिक खिलाड़ी शामिल हुए हैं। मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। वहीं उन्होंने कहा कि पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए नागरिकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के कार्य के साथ-साथ खेलों में भी अपनी छाप छोड़ रही है। पुलिस बल के अनेक सदस्यों ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को साबित करते हुए देश का नाम रोशन किया है। जब पुलिस बल एक बार जब ज्वाइन करते हैं तब से रिटायरमेंट तक “जवान” ही कहलाते है।
मप्र के लिए गौरव का विषय
सीएम ने कहा कि राजा भोज द्वारा निर्मित भोपाल के ऐतिहासिक बड़े तालाब में अखिल भारतीय पुलिस प्रतियोगिता का आयोजन, प्रदेश सहित भोपाल के लिए गौरव का विषय है। इस आयोजन से वाटर स्पोर्ट्स के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भोपाल वैसे भी अतिथि संस्कारों के नाम से जाना जाता है। ग्वालियर और मुरैना के दौरे पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मध्य प्रदेश वन्यजीवों के लिए अलग से अपनी पहचान बनाता है। विलुप्त घड़ियालों के पुन: से उनको स्थापित करने के लिए मुरैना में चंबल के किनारे एक प्रोजेक्ट चलता है, उस प्रोजेक्ट में आज मैं खुद शामिल होने जा रहा हूं।
भोपाल का तालाब जवानों के साहस से जीवंत हो उठा
सीएम ने कहा कि पंच महाभूतों में जल का विशेष महत्व है। चूंकि जीवन की उत्पत्ति जल से होती है, इसलिए जल हमेशा से ही जीवों को लालायित करता हैं। राजा भोज द्वारा निर्मित भोपाल के ऐतिहासिक बड़े तालाब में अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन, प्रदेश सहित राजधानी भोपाल के लिए गौरव का विषय है। सीएम बोले, हमारी संस्कृति में ‘अतिथि देवो भव:’ की परंपरा है, जिसे मैं हृदय से अनुभव करता हूं। भोपाल का तालाब आज एक अलग प्रकार के आनंद का अनुभव कर रहा होगा। यह तालाब एक हजार साल से भी अधिक पुराना है, लेकिन आज यह हमारे जवानों के साहस और पराक्रम से जीवंत हो उठा है।