नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीती देर रात मची भगदड़ में अब तक 18 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं करीब 20 लोग घायल हुए हैं। प्रशासन ने मृतकों और घायलों की लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में ज्यादातर दिल्ली, बिहार और हरियाणा के लोग हैं। वहीं रेलवे ने मृतकों और घायलों के परिजनों के लिए मुआवजे की भी घोषणा कर दी है। रेलवे की ओर से ऐलान किया गया है कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को एक लाख की मुआवजा राशि दी जाएगी।
बता दें कि शनिवार-रविवार की छुट्टी के चलते महाकुंभ में जाने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एकत्रित थी। देर रात हालात ऐसे हो गए कि स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। भीड़ को काबू करने के लिए पर्याप्त अमला न होने से हालात बेकाबू हो गए। भीड़ एक-दूसरे पर चढ़ने लगी। दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, शनिवार रात 9:55 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 14-15 पर भगदड़ की सूचना मिली थी। भगदड़ में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 20 के करीब घायल हुए हैं। हालांकि लोकनायक अस्पताल में आपातकालीन विभाग की प्रमुख डॉ. ऋतु सक्सेना ने 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वही अन्य डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में आए शव के पोस्टमार्टम आज होंगे। उन्हें पुलिस के तरफ से बताया गया है कि 9 शव के पोस्टमार्टम लोकनायक में होने है और 6 शव के पोस्टमार्टम राम मनोहर लोहिया अस्पताल में होंगे।
मृतकों की हुई पहचान
प्रशासन द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार, मृतक को की पहचान आहा देवी (79 वर्ष) पत्नी रविन्दी नाथ निवासी बक्सर, पूनम देवी (40 वर्ष) पत्नी मेघनाथ निवासी सारण, ललिता देवी (35 वर्ष) पत्नी संतोष निवासी परना, सुरुचि पुत्री (11 वर्ष) मनोज शाह निवासी मुजफ्फरपुर, कृष्णा देवी (40 वर्ष) पत्नी विजय शाह निवासी समस्तीपुर, विजय साह (15 वर्ष) पुत्र राम सरूप साह निवासी समस्तीपुर, नीरज (12 वर्ष) पुत्र इंद्रजीत पासवान निवासी वैशाली, शांति देवी (40 वर्ष) पत्नी राज कुमार मांझी निवासी नवादा, पूजा कुमार (8 वर्ष) पुत्री राज कुमार मांझी निवासी नवादा। ये सभी लोग बिहार के रहने वाले हैं।
नई दिल्ली स्टेशन पर ऐसे बना माहौल
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुआ दर्दनाक हादसे को लेकर दिल्ली पुलिस व रेल प्रशासन आमने-सामने आ गया है। देर रात हादसे की वजह भी सामने आ गई। प्रयागराज जाने वाले दो ट्रेन पहले से लेट थीं। इन ट्रेनों के यात्री प्लेटफार्म नंबर-14 पर इंतजार कर रहे थे। तभी रेल प्रशासन ने प्रयागराज के नई दिल्ली जाने की एनांउमेंट कर दी। एनांउसमेंट होते ही यात्री प्लेटफार्म नंबर 14 से 16 की तरफ भागने लगे। वहीं रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हर घंटे रेलवे स्टेशन पर 1500 टिकट बेचे जा रहे थे। उम्मीद से ज्यादा भीड़ पहुंचने से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई।
मौतों के बाद भी अफसर घर से नहीं निकले, बताते रहे अफवाह
स्टेशन पर हालात बेकाबू होने से भगदड़ और दबकर मौतों के बाद भी रेल अफसर घर से नहीं निकले, बल्कि हादसे को अफवाह बताते रहे। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने भगदड़ से इन्कार किया। उन्होंने कहा, कोई भगदड़ नहीं हुई, यह अफवाह है। भारी भीड़ के कारण यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दे दिया, जिससे कुछ यात्रियों को चोटें आईं। हालांकि, कुछ देर बाद ही दिल्ली उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मौतों की पुष्टि की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। हालांकि, बाद में सक्सेना ने ट्वीट बदल दिया।
रेल मंत्री ने दिए पीड़ितों की हरसंभव सहायता के निर्देश
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व अन्य संबंधित अधिकारियों से बात की। दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर सभी को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि घायलों को हर संभव उपचार दिया जा रहा है। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से बहुत दुख हुआ। मेरी प्रार्थना उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। पूरी टीम इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।
चौंकाने वाली है घटना : गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई घटना चौंकाने वाली है। भगदड़ में लोगों की मौत से मैं बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।