नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आ गए हैं। देश में की राजधानी दिल्ली में 27 साल बाद कमल खिला है। भाजपा ने दिल्ली में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 48 सीटों पर कब्जा किया है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में यहां पर भाजपा सिर्फ 8 सीटें ही जीत सकी थी। वहीं 63 सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी इस बार 22 सीटों पर पर सिमट गई है। जबकि कांग्रेस का पिछले दो बार की तरह इस बार भी खाता नहीं खुला। खास बात यह है मोदी मैजिक के आगे आप के दिग्गज धराशाई हो गए हैं। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन से दिग्गज चुनाव हार गए हैं। वहीं सीएम आतिशी चुनाव हारते-हारते बच गर्इं।
आप संयोजक केजरीवाल को प्रवेश वर्मा ने 4089 वोटों से हाराया। प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित तीसरे नंबर पर रहे हैं। उनका सिर्फ 4568 वोट ही मिले। इसके अलाव दिल्ली के पूर्व सीएम मदन लाल खुराना के हरीश खुराना भी चुनाव जीत गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा कि हमें जनता का फैसला स्वीकार है। जनता का फैसला सिर-माथे पर। मैं बीजेपी को जीत की बधाई देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि जिस उम्मीद के साथ लोगों ने उन्हें बहुमत दिया है। वह उन उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। हम जनता के सुख-दुख में काम आते रहेंगे।
आतिशी ने कहा- दिल्ली की जनता का जनादेश स्वीकार
दिल्ली सीएम आतिशी ने कहा, ‘मैं अपनी पूरी टीम का धन्यवाद करना चाहती हूं। दिल्ली की जनता का जनादेश है और हमें यह स्वीकार है। मैंने अपनी सीट जीती है, यह जश्न का समय नहीं है। हमारी जंग जारी है। भाजपा के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी।’
भाजपा में मिशन में सफल
भाजपा ने इस बार ‘बदलकर रहेंगे दिल्ली’ के नारे के साथ चुनाव लड़ा था और नतीजों से साफ है कि भाजपा अपने मिशन में सफल हुई है। साल 2020 के विधानसभा चुनावों में सिर्फ 8 सीटों पर सिमटी भाजपा ने इस बार 40 सीटों की बढ़त हासिल की और आसानी से बहुमत का आंकड़ा (36) पार कर लिया है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रैलियां की थीं। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने करीब 18 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस समेत बीजेपी शासित कई राज्यों के सीएम दिल्ली में डेरा डाले रहे और अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई।
कांग्रेस ने लगाई जीरो की हैट्रिक!
उधर, कांग्रेस ने इस बार पूरा जोर लगाते हुए दिल्ली में चुनाव लड़ा था और इसी वजह से पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा सीट से उतारा गया था। लेकिन बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने मौजूदा विधायक अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ इस सीट से संदीप दीक्षित को भी करारी शिकस्त दी है। इस बड़ी जीत के साथ मुख्यमंत्री पद के लिए प्रवेश वर्मा की दावेदारी मजबूत हो गई है। हालांकि उनका कहना है कि इसका फैसला बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ही करेगा। कांग्रेस पूरा जोर लगाने के बावजूद लगातार तीसरी बार दिल्ली में खाता खोलने में विफल रही है।