नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के अन्नदाताओं के हित में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि किसान अपनी पैदावार सीधे उपभोक्ताओं को बेच सके, इसके लिए केन्द्र सरकार एक मॉडल पर काम कर रही है। जिससे बीच में घालमेल करने वाले बिचौलियों की भूमिका कम हो जाएगी। शिवराज ने देश के अन्नदाताओं को लेकर यह बड़ी बात दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के बाद किसानों से कही। इस दौरान करीब 400 से अधिक किसान थे। इस दौरान उन्होंने ने इस बात पर जोर दिया कि खेत से उपभोक्ता तक मॉडल से किसानों को अधिकतम लाभ मिलने में मदद मिलेगी।
बता दें कि 400 प्रगतिशील किसानों और योजना लाभार्थियों को उनके जीवनसाथियों के साथ कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। शिवराज ने किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि कृषि अर्थव्यवस्था की आर्थिक रीढ़ है और किसान इसकी आत्मा है। किसानों के बिना भारत समृद्ध नहीं हो सकता है। हालांकि कृषि राज्य का विषय है, लेकिन केन्द्र सरकार किसानों को व्यापक स्तर पर सहायता प्रदान करेगी। शिवराज ने कहा, ‘भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में कृषि क्षेत्र और किसानों का योगदान अहम भूमिका निभाएगा। केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी आपका सहयोग करेंगी।’
केंद्रीय मंत्री ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद, प्रौद्योगिकी आधारित समाधानों को बढ़ावा देने, कृषि विज्ञान केंद्रों को मजबूत करने, प्राकृतिक खेती और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने सहित सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को सशक्त बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।