भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल में मप्र के सबसे बड़े फ्लाईओवर का लोकार्पण किया। ब्रिज को नाम दिया है डॉ. बाबा साहेब अंडेकर। इसको लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। पीसीसी जीतू पटवारी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजधानी में अंबेडकर जी के नाम से ब्रिज का नाम रखा है, उसके लिए धन्यवाद। लेकिन क्या भाजपा, अमित शाह द्वारा अंबेडकर जी का अपमान करने पर उनके पाप धुल जाएंगे। जीतू ने सवाल किया कि जो संविधान से प्यार करने वाले, संविधान का सम्मान चाहते हैं उनकी दुगर्ति क्यों हो रही है। अमित शाह ने संविधान और अंबेडकर का अपमान क्यों किया। मोहन यादव अमित शाह की गलती की खुद माफी मांगेगे।
जीतू ने यह हमला शाजापुर, देवास जिले की शाजापुर, शुजालपुर, कालापीपल, सोनकच्छ और देवास विधानसभा क्षेत्रों में जय बापू-जय भीम-जय संविधान अभियान की तैयारियों के लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए बोला। उन्होंने कहा कि संविधान के खिलाफ भाजपा का अंबेडकर विरोधी चेहरा बेनकाव हुआ है। बाबा साहेब ने कहा था कि संविधान जिन हाथों में होगा, वैसा उपयोग होगा, भाजपा संविधान का दुरूपयोग कर रही है। कांग्रेस इसका पूरी शक्ति के साथ विरोध करती है।
भाजपा सरकारें जनता के अधिकारों पर कर रहीं कुठाराघात
पीसीसी चीफ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेते हुए कहा कि देश और प्रदेश की भाजपा सरकारें जनता के हितों और अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जिस प्रकार से बाबा साहेब अंबेडकर जी का अपमान किया जा रहा है, वह देश की जनता का अपमान है, अंबेडकर जी को भगवान मानने वाले उनके अनुयायी, दलित, आदिवासी, शोषित, पिछड़ा वर्ग के साथ सर्वहारा वर्ग का अपमान किया गया। कांग्रेस पार्टी, दलित, शोषित, आदिवासी पिछड़ावर्ग और अबंडकर को मानने वाले इस अपमान को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
संविधान निर्माता का अपमान कर रही भाजपा
पटवारी ने कहा कि भाजपा के लोग जिस संविधान की शपथ लेकर उच्च संवैधानिक पदों पर बैठे हैं। उसी संविधान और उसका निर्माण करने वाले अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं, संविधान को बदलने की मंशा रखने वाले नुमाइंदे देश को अराजकता की ओर धकेलने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है और जिस देश का संविधान गलत हाथों में चला जाये उस देश का विकास कभी नहीं हो सकता। केंद्र की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार और उसमें बैठे सत्ताधारी देश की बेनामी संपत्ति, विभागों और बड़े-बड़े कारखानों को अपने चहेते पूंजीपतियों को बेचकर अथवा गिरवी रखकर देश को बर्बादी की ओर धकेलने का काम कर रहे हैं। आजादी के बाद जिस देश में सुई तक नहीं बनती थी, वहीं कांग्रेस के नेताओं ने अपनी शहादत देकर उस देश में सुई से लेकर बड़े-बड़े संस्थानों, उद्योगों को लगाकर देश को प्रगति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया।