भोपाल। मप्र कांग्रेस में गुटबाजी की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं, जो सुर्खियां भी बनती हैं। पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने पार्टी की गुटबाजी को कैंसर जैसी घातक बीमारी से तुलना की है। उन्होंने कहा कि इस गुटबाजी के कैंसर को खत्म करना होगा नहीं तो हम खत्म हो जाएंगे। पटवारी के इस बयान पर जहां भाजपा ने चुटकी ली है। वहीं कांग्रेस नेताओं ने जीतू के इस बयान पर प्रतिक्रिया देने से किनारा कर लिया है।
दरअसल जीतू पटवारी 27 जनवरी को महू में होने वाली जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली की तैयारियों को लेकर धार जिले के धरमपुरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इस बैठक में जीतू पटवारी ने पार्टी में चल रही गुटबाजी पर यह बड़ा बयान दिया। जीतू पटवारी ने कहा कि- कांग्रेस में एक कैंसर है। ग्रुपिज्म और गुटबाजी का। या तो इस गुटबाजी के कैंसर को खत्म करना पड़ेगा। या फिर हमें खत्म होना पड़ेगा। क्या करना चाहिए? अगर इस ग्रुपिज्म के कैंसर को हम खत्म नहीं करेंगे तो हम खत्म हो जाएंगे। तो मैंने निर्णय किया। मेरे पास आते हैं लोग, मैं भी नेता ही हूं। हालांकि जीतू के इस बयान पर को लेकर पार्टी का कोई भी नेता कुछ बोलने या प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं है। इसी कड़ी में राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील विवके तन्खा ने भी उनके बयान से अपने को किनारा कर लिया है।
बीजेपी ने पूछा पटवारी बताएं ये गुटबाजी का कैंसर कौन?
वहीं पटवारी के बयान पर भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा- कांग्रेस में गुटबाजी और अंतर्कलह जमकर चल रहा है। हम लगातार इन बातों को उठा रहे हैं लेकिन, कांग्रेस इनका खंडन करती रही। जब कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने जीतू पटवारी पर निशाना साधा। तब भी हमने सवाल उठाए थे। लेकिन जीतू पटवारी इन बातों का खंडन करते रहे। कमलनाथ से इसके खंडन का झूठा ट्वीट भी कराया। कांग्रेस में लगातार अंर्तकलह दिख रही है। हम तो कहते हैं गुटबाजी का कैंसर नहीं, कांग्रेस में गुटबाजी का हार्ट अटैक, गुटबाजी की किड़नी फेल भी है। गुटों में बंटी कांग्रेस में गुटबाजी का कैंसर जीतू पटवारी किसे मानते हैं ये स्पष्ट करना चाहिए।