भोपाल। दिल्ली में कांग्रेस के नए आफिस के उद्घाटन पर राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा था। साथ कहा था कि हम भाजपा-आरएसएस के साथ इंडियन स्टेट के साथ भी लड़ रहे हैं। राहुल इस बयान देकर भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी राहुल पर हमला बोला।
सीएम यादव ने गुरुवार को राजधानी में कहा, कांग्रेस जब देखो तब देशविरोधी तरीके से अपनी एक अलग पहचान बनाती है और राहुल गांधी इसके सिरमौर हैं। राहुल गांधी भूल गए हैं कि वे भारतीय लोकतंत्र में दूसरे सबसे बड़े पद पर बैठे हैं, ऐसे में देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। सीएम ने कहा कि अतीत में उनके नेताओं ने आतंकवादियों के लिए जिस सम्मानजनक ढंग से बयान दिए और देशविरोधी ताकतों के साथ खड़े होकर अपनी देशविरोधी मानसिकता का परिचय दिया।
देश विरोधी बयान पर राहुल को व्यक्त करना चाहिए खेद
मुख्यमंत्री ने कहा राहुल गांधी को अपने इस देश विरोधी बयान पर खेद व्यक्त करना चाहिए और इसे वापस लेना चाहिए। मेरा मानना है कि लोकतंत्र में नीतियों और अन्य चीजों को लेकर कुछ भी कहा जा सकता है लेकिन देश विरोधी मानसिकता को जनता किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं करेगी। मुझे विश्वास है कि राहुल गांधी को यह बात समझ आएगी और वे माफी मांगेंगे।
राहुल के इस बयान पर हमलावर है भाजपा
बुधवार को कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के नए आॅफिस के उद्घाटन के मौके पर कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी-आरएसएस के साथ इंडियन स्टेट के साथ भी है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोहन भागवत का बयान राजद्रोह के समान है कि भारत को सच्ची स्वतंत्रता राम मंदिर बनने के बाद मिली। मोहन भागवत का यह बयान हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हर एक भारतीय नागरिक का अपमान है। भागवत का कमेंट हमारे संविधान पर हमला है। भागवत हर दो-तीन दिन में अपने बयानों से देश को यह बताते रहते हैं कि वह स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के बारे में क्या सोचते हैं।