भोपाल। जनकल्याण पर्व के तहत राजधानी भोपाल के बरतकतउल्लाह यूनिवर्सिटी में वृहद युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 45 संस्थानों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। जिनको मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबोधित किया और संवाद किया। आयोजन में बीयू भोपाल की ओर से डॉ. मोना पुरोहित को डॉक्टर आॅफ लॉ की उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप, सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद थे।
युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम डॉ. यादव ने कहा कि समाज और देश की दशा और दिशा बदलने में ऊजार्वान युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। युवाओं के मजबूत हौंसले, इच्छाशक्ति, लगन और परिश्रम के बल पर ही देश सफलता की ऊंचाइयों को छूता है। युवा शक्ति भारत की सच्ची ताकत है और भारत ही विश्व में सबसे युवा देश है। दुनिया के विभिन्न देशों में भारतीय युवा सफलता प्राप्त कर देश का नाम रोशन कर रहें हैं। मध्यप्रदेश में युवाओं को शिक्षा के साथ सभी सेक्टरों में रोजगार के अवसर दिये जाने का काम वृहद स्तर पर हो रहा है।
युवा ही देश और प्रदेश के भविष्य
सीएम ने स्व-रोजगार केन्द्रित युवा संवाद कार्यक्रम में कहा कि किसी भी देश और प्रदेश के भविष्य युवा ही होते है। मुख्यमंत्री ने युवाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहाकि युवाओं की आंखों में सपने, भुजाओं में ताकत और पैरों में गति होती है। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा और उनके कौशल को प्रदेश के विकास में पूरी तरह से उपयोग करने के साथ युवाओं के सपनों को साकार करने के लिये अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं से युवा शक्ति को आत्म-निर्भर बनाने के साथ राज्य को समृद्ध करने का अभियान भी चलाया जा रहा है।
युवाओं से रूबरू हुए सीएम
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से रू-ब-रू होते हुए उनके प्रत्येक प्रश्न का न केवल उत्तर दिया बल्कि मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से आहवान किया कि वे लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें। सदैव याद रखें, वे ही भारत के असली भाग्यविधाता है। छात्रा श्रद्धा के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह सिर्फ भारत में ही संभव है जहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे दो सर्वोच्च पदों पर महिलाएं आसीन हो सकीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जहां एक ओर महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकारी नौकरियों में महिला आरक्षण बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर दिया गया हैं।
मुख्यमंत्री से संवाद में छात्रा चित्रांशी सक्सेना ने पढ़ाई के बाद अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा जाहिर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार की योजनाओं में हीं नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रहीं है। इसके अतिरिक्त भी नारी सशक्तिकरण के लिये घरेलू महिलाओं को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और उज्ज्वला योजना से भी लाभान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्थानीय उद्योगों में युवाओं को नौकरी दिलाने के लिये हम इंडस्ट्रीज को प्रति युवा 5 हजार रुपए प्रतिमाह दे रहे हैं।