भोपाल। मप्र महिला कांग्रेस की नव नियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष नूरी खान ने बालाघाट रेप केस को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई आरोपी गरीब या आॅटो वाला हो तो उसके घर पर बुलडोजर चल जाता है। लेकिन अगर बलात्कारी कोई भाजपा का कार्यकर्ता हो तो उसे गिरफ्तार तक नहीं किया जाता है। नूरी खान के इस आरोप पर भाजपा सांसद माया नारोलिया ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेसी नेता महिला अत्याचारों पर सिर्फ घड़ियालू आंसू बहाना जानते हैं।
भाजपा नेत्री ने कहा कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा देने वाली कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा, राष्ट्रीय प्रवक्ता साधना भारती या फिर नूरी खान हों इन्हें महिला उत्पीड़न की सिर्फ वो ही घटनाएं दिखाई देती हैं, जो मध्यप्रदेश या भाजपा शासित अन्य राज्यों में घट रही हो। राजस्थान में गहलोत सरकार के समय महिलाओं पर कितने अत्याचार हुए, लेकिन कांग्रेस की इन नेत्रियों को दिखाई नहीं दिए। अभी हाल ही में पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी से लेकर महिला कांग्रेस की किसी नेत्री ने मुंह खोलना भी ठीक नहीं समझा।
इनका विरोध सिर्फ भाजपा शासित राज्यों तक
उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाने से पहले घड़ियाली आंसू बहाने वाली कांग्रेस की इन नेत्रियों को यह देखना चाहिए कि मध्यप्रदेश ही देश का वो पहला राज्य है, जिसने बेटियों से दुष्कर्म के आरोपियों के लिए फांसी की सजा का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हर घटना में भाजपा की सरकार बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई करती है और महिला उत्पीड़न या अत्याचार के हर मामले में कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता महिला अत्याचारों को लेकर सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाना जानते हैं। ये बेटियों की आबरू और उन पर होने वाले अत्याचारों को भी राजनीति के चश्मे से देखते हैं और ऐसे मामलों में इनका विरोध सिर्फ भाजपा शासित राज्यों तक ही सीमित होता है।
मप्र सरकार ने महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
भाजपा सांसद ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे सतत प्रयासों ने महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाया है। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना और अब लाड़ली बहना योजना के माध्यम से न केवल बहनों को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि समाज में सम्मानजनक स्थान प्रदान करने के लिए स्थानीय निकायों में उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण भी दे रही है। देश में पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण के लिए प्रावधान किया है। यही नहीं, बल्कि महिला स्वसहायता समूहों को मदद, लखपति दीदी योजना, नमो ड्रोन दीदी योजना, उज्जवला योजना आदि के माध्यम से महिलाओं के कल्याण के लिए भाजपा की सरकार जमीनी प्रयास कर रही है।
दिग्गी को भी लिया निशाने पर
माया नारोलिया ने कहा कि भाजपा और उसकी सरकारें बहन-बेटियों की सुरक्षा, उनके अधिकार और उनके कल्याण के प्रति कितनी संवदेनशील हैं, इसके लिए भाजपा सरकार को कांग्रेस के किसी नेता से प्रमाण पत्र लेने की जरूरत नहीं है। प्रदेश में आ रहा बड़ा सामाजिक परिवर्तन और बढ़ते लिंगानुपात के आंकड़े ये बताते हैं कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने बेटियों, बहनों की बेहतरी के लिए बहुत काम किए हैं। उन्होंने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह सरकार के समय के लिंगानुपात के आंकड़े और आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के समय के आंकड़े देख लें, तो उन्हें खुद ही जवाब मिल जाएगा। प्रदेश में प्रति हजार बेटों पर हर साल जन्म लेने वाली बेटियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्वि ये बताती है कि प्रदेश का वातावरण बहनों, बेटियों के लिए कितना अनुकूल है।