भोपाल। मध्यप्रदेश के रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारी लोकायुक्त के राडार पर आ गए हैं। कल गुरुवार को मऊगंज के अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहटी को 5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा था। वहीं शुक्रवार को लोकायुक्त ने राजधानी भोपाल के लोक शिक्षण संचालनालय के एक बाबू विश्वराज सिंह बेस को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि आरोपी विश्वराज सिंह बेस ने फरियादी विक्रम सिंह को भोपाल के बैरसिया से अन्य जगह स्थानांतरित करने की धमकी देकर 80 हजार रिश्वत की मांग की थी। धमकी से तंग आकर विक्रम सिंह ने बेस की शिकायत लोकायुक्त से कर दी। फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त ने पहले पूरे मामले की जांच की। शिकायत सही पाए जाने के बाद प्लानिंग के तहत लोकायुक्त ने शुक्रवार को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया।
पुलिस ने निर्देश पर आरोपी को रिश्वत देने की बात कही
पुलिस के निर्देश पर आरोपी को रिश्वत की रकम देने की बात कही। जिस पर आरोपी रिश्वत की राशि किश्तों में लेने को तैयार हो गया। जिसके बाद उसने आवेदक को आज 25,000 रुपये लेकर अपने कार्यालय बुलाया। जहां से लोकायुक्त की टीम ने 25 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के विरुद्ध अपराध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।