चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से कम का समय बचा है। ऐसे में चुनाव को लेर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। इन सबके बीच हरियाणा से एक बड़ी खबर सामने आई है। राज्य के प्रदेश पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। कांग्रेस ज्वाइन करने दोनों पहलवान दिल्ली पहुंच भी गए हैं। बताया जा रहा है दोपहर 1.30 बजे विनेश और बजरंग कांग्रेस का हाथ थामेंगे। हालांकि इस बात की पुष्टि खुद बजरंग पूनिया ने भी कर दी है कि आज वह कांग्रेस में शामिल होंगे। आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही दोनों पहलवानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे यह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ज्वाइन करने से पहले दोनों धाकड़ पहलवानों की मुलाकात कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से हो सकती है। विनेश फोगाट विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। सियासी गलियारों में चल रहे कयास के मुताबिक, विनेश फोगाट को दादरी से टिकट दिया जा सकता है। वहीं, बजरंग पूनिया बादली से टिकट मांग रहे हैं लेकिन कांग्रेस इस सीट की जगह उन्हेंं किसी जाट बहुल सीट से उतारने का प्लान कर रही है। उनकी जींद के जुलाना से टिकट तय मानी जा रही है। हालांकि चचेरी बहन बबीता फोगाट को भाजपा टिकट न मिलने से अब दादरी सीट का विकल्प भी उनके लिए खुला है। इन सबके बीच खहर यह भी है कि कांग्रेस बजरंग को स्टार प्रचारक की भी जिम्मेदारी सौंप सकती है।
बजरंग को संगठन में मिल सकता है बड़ा पद
यहां पर बता दें कि बजरंग झज्जर की बादली सीट मांग रहे थे। कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक कुलदीप वत्स का टिकट काटने से इनकार कर दिया। बजरंग को संगठन में कोई बड़ा पद दिया जा सकता है। वह पूरे हरियाणा में प्रचार करेंगे। 4 सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल से मिलने के बाद वे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मिले थे। इसके बाद मीटिंग में क्या चर्चा हुई, कांग्रेस ने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अपने राजनीतिक दांव के बारे में भी दोनों पहलवानों ने चुप्पी साध रखी है। सियासी पंडितों की मानें तो विनेश फोगाट का संभावित राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है.।उनके खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश फोगाट की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है।
भूपेंद्र हुड्डा टिकट की कर रहे थे पैरवी
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को टिकट देने की पैरवी कर रहे थे। हुड्डा ने कहा था कि पहलवानों के साथ खड़े होने से हरियाणा में लोगों का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में आएगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसके लिए चर्चा के बाद हामी भर दी थी। हालांकि चुनाव लड़ने या न लड़ने और सीट चुनने का फैसला विनेश और बजरंग पर छोड़ दिया गया गया था। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट को 3 सीटों का आॅफर दिया गया था, उनमें पहली 2 सीटें चरखी दादरी की दादरी और बाढड़ा थी। जबकि तीसरा आॅप्शन जींद की जुलाना सीट का दिया गया। जहां उनका ससुराल है। बजरंग पूनिया झज्जर की बादली सीट मांग रहे थे लेकिन वहां कांग्रेस के पास मजबूत चेहरा कुलदीप वत्स हैं। इसके अलावा बजरंग को भिवानी, बहादुरगढ़ और सोनीपत की राई सीट का भी विकल्प दिया गया था। हालांकि अभी दोनों पहलवानों की टिकट फाइनल करने के लिए शाम को केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में मुहर लगाई जाएगी।
हरियाणा में कब होगा चुनाव?
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। बता दें कि इससे पहले यह तारीख 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया। आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है। बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं। राजस्थान की नोखा तहसील में पिछले करीब 490 साल से तो यह मेला लगातार आयोजित होता रहा है।