भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून और बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। सत्र के पहले ही दिन विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाले को लेकर सदन के अंदर से लेकर बाहर तक जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होने पहले जहां कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के पास नर्सिंग एप्रिन पहनकर प्रदर्शन किया। वहीं कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अंदर भी नर्सिंग एप्रिन पहनकर जमकर नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश में बड़ा नर्सिंग घोटाला हुआ है और पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की देख रेख में पूरा घोटाला किया गया है। इसकी चर्चा सदन में होना चाहिए। वहीं सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गी ने सिंघार को जवाब देते हुए कहा कि नियम यह है कि जो विषय न्यायालय के समक्ष विचाराधीन होता है, उसे पर सदन में चर्चा नहीं कराई जाती है। इस पर नेता प्रतिपक्ष में कहा कि इतने बड़े घोटाले की जांच चल रही है तो नैतिकता के आधार पर भाजपा सरकार को विश्वास सारंग का इस्तीफा लेना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस दौरान साफ शब्दों में कहा कि जिस प्रकार से प्रदेश के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है उसकी जिम्मेदारी तो किसी को लेनी होगी। जिन बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है उनसे जाकर पूछो उनके दिल में क्या गुजर रही है।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय बोले- सरकार चर्चा से नहीं भागती है
सदन की कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार फिर खड़े हुए और स्थगन पर विचार करने की मांग रखी। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह मोहन यादव की सरकार है चर्चा करने से भागती नहीं है। चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने तेज स्वर में कहा कि सरकार चर्चा से भाग रही है। यह लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़ा हुआ विषय है, जो दोनों दलों में हैं। इसको विचारधारा से नहीं बांधा जाना चाहिए। उनके तेज स्वर में बोलने पर मुख्यमंत्री ने आपत्ति जताते हुए कहा कि हमें उत्तेजना में बात सुनने की आदत नहीं है, सभी सदस्य मयार्दा में रहें।
जयवर्धन बोले-श्वेत पत्र लाएगी कांग्रेस
वहीं कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि- पूरे मामले को लेकर कांग्रेस श्वेत पत्र लेगी। सरकार को पूरे मामले में सदन में चर्चा करनी चाहिए। कई अधिकारी और मंत्री नर्सिंग घोटाले में लिफ्त है। मामले में सरकार को बड़ा फैसला लेना चाहिए। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार भी विधायकों के साथ बैठे। वहीं कांग्रेस के जवाब में राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को कुछ नहीं आता। उन्हें अभी बहुत सीखने की जरुरत है। जब मामला सीबीआई के पास है और उसमें जांच चल रही है तो इंतजार करें कुछ दिनों में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इस दौरान कहा कि सीबीआई भी तरीके से जांच नहीं कर रही है। सीबीआई के ही कई अफसर इसी मामले में जेल में है। सरकार को इस मामले को लेकर पूर्व जजों की एक कमेटी बनाने चाहिए जिसमें शिकायतकर्ता को भी शामिल करना चाहिए।