नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी आज शाम लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे आयोजित किया जाएगा। शपथ ग्रहण से पहले नरेन्द्र मोदी ने पीएम आवास पर दोपहर करीब 12 बजे संभावित मंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान मोदी ने अपनी सरकार के विजन किया। साथ ही उन्होंने 100 दिन के रोडमैप पर चर्चा की और उसे लागू करने के निर्देश दिए। इस दौरान पीएम ने सभी को नसीहत देते हुए कहा कि शपथ लेने के तुरंत काम पर भी जुट जाए।
मोदी ने कहा कि 100 दिन के रोडमैप को लागू करना है और पेंडिंग योजनाओं को भी पूरा करना है। उन्होंने कहा कि आपको जो विभाग मिलेगा, उसके कामों को आप जल्द से जल्द पूरा करें। अपने टारगेट की चिंता करें। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट के नए सहयोगियों से कहा कि 100 दिन एजेंडा की कार्ययोजना को जमीन पर उतारना है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य है कि साल 2047 में भारत को पूरी तरह से विकसित भारत बनाना है। जनता को एनडीए पर भरोसा है। उसे और मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में ये 22 सांसद हुए शामिल
जो सांसद प्रधानमंत्री आवास पर मीटिंग में शामिल होने पहुंचे, उनमें सबार्नंद सोनोवाल, चिराग पासवान, अन्नपूर्णा देवी, मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, भागीरथ चौधरी, किरेन रिजिजू, जितिन प्रसाद, एचडी कुमारस्वामी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, निर्मला सीतारमण, रवनीत बिट्टू, अजय टमटा, राव इंद्रजीत सिंह, नित्यानंद राय, जीतन राम मांझी, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, हर्ष मल्होत्रा, एस जयशंकर, सीआर पाटिल व कृष्णपाल गुर्जर शामिल थे।
खट्टर बोले- मोदी सिर्फ उन्हीं को बुलाते हैं, जिन्हें कैबिनेट में रखना चाहते हैं
बैठक खत्म होने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यह नरेंद्र मोदी की परंपरा है कि वे चाय पर चर्चा के लिए अपने आवास पर लोगों को बुलाते हैं। वे सिर्फ उन्हीं को निमंत्रण देते हैं, जिन्हें वे कैबिनेट में रखना चाहते हैं। कुछ औपचारिकताएं थीं, जो मैंने पूरी कर ली हैं। उन्होंने हम सभी को अगले 24 घंटे तक दिल्ली में रहने को कहा है। हरियाणा से मेरे अलावा राव इंद्रजीत सिंह और कृष्ण पाल गुर्जर भी मौजूद थे।
सहयोगियों को मिल सकते हैं पांच से आठ कैबिनेट बर्थ
ऐसा माना जा रहा है कि शिक्षा और संस्कृति के अलावा गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे अहम मंत्रालय भाजपा के पास रहेंगे, जबकि उसके सहयोगियों को पांच से आठ कैबिनेट बर्थ मिल सकते हैं। पार्टी के भीतर जहां अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं को नए मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है, वहीं लोकसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जैसे शिवराज सिंह चौहान, बसवराज बोम्मई, मनोहर लाल खट्टर और सबार्नंद सोनोवाल सरकार में शामिल होने के दावेदार हैं।