भोपाल। मप्र सरकार ने शनिवार की देर रात यानि करीब 1 बजे 47 अफसरों को इधर से उधर कर दिया है। इसमें 26 आईएएस और 21 आईपीएस हैं। देर रात हुए थोकबंद तबादले को लेकर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने तबादलों को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से मोहन सरकार को अपने निशाने पर लिया है।
पीसीसी चीफ ने एक्स पर लिखा कि शनिवार देर रात 7 जिले के कलेक्टर, 7 एसपी समेत 47 आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए गए! सीएम डॉ. मोहन यादव क्या उम्मीद की जा सकती है कि मध्यप्रदेश में कानून/व्यवस्था की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर होगी? गृहमंत्री के रूप में अब आपका परफॉर्मेंस ठीक होगा? अपराधों में कमी आएगी और जनता की परेशानियां भी कम होंगी! लेकिन, क्या ऐसा होगा?
सावन के अंधे को, हरा ही हरा दिखता है
इस पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पलटवार किया। उन्होंने लिखा किजीतू पटवारी जी, सावन के अंधे को, हरा ही हरा दिखता है! 15 महीने की कमलनाथ सरकार में जिन्होनें सिर्फ तबादला उद्योग ही चलाया हो, उनको प्रशासनिक सुधार और प्रक्रिया क्या समझ आएगी। यह उद्योग तो तब था, जब आपकी सरकार में सुबह आदेश निकलता था और वल्लभ भवन के भ्रष्टाचारी कांग्रेसी दलालों के माध्यम से शाम को आदेश बदल दिया जाता था। मध्यप्रदेश में भाजपा की मोहन सरकार का सुशासन है और जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया जाता है। आप तो बस कार्यालय बंद करके अपने रविवार के अवकाश का आनंद लें!